शिमला(एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश भाजपा के संगठन चुनाव का शैडयूल जारी होने से प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी का जोड़-तोड़ शुरू हो गया है। हालांकि राज्य भाजपा चाहती थी कि पंचायतीराज चुनाव के कारण टल जाएं, लेकिन राष्ट्रीय संगठन ने इसको मंजूरी नहीं दी। मुकाबला त्रिकोणीय समझा जा रहा है क्योंकि नड्डा, धूमल व शांता कुमार अपने पंसदीदा को ही सेनापति बनता देखना चाहेंगे।लिहाजा संगठन चुनाव की सरगर्मियां शुरू हो गई हैं।
दरअसल भाजपा का यह संगठन चुनाव इस कारण महत्वपूर्ण हो गया है कि जो भी पार्टी के अध्यक्ष पद पर काबिज होगा, उसी की अगुवाई में 2017 को विधानसभा चुनाव होगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अपनी पसंद का अध्यक्ष बनाने की कोशिश करेंगे। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल कैंप भी यही चाहेगा कि अपने करीबी को अध्यक्ष की कुर्सी मिले।
मौजूदा में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती की भी नड्डा से नजदीकियां हैं, लेकिन दीगर बात यह है कि डॉ. राजीव बिंदल व सुरेश भारद्वाज भी पिछले कुछ अरसे में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के काफी करीब गए हैं। केंद्रीय मंत्री किस पर दांव खेलेंगे, यह कहना फिलहाल संभव नहीं है। इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि भाजपा महामंत्री व विधायक डॉ. राजीव बिंदल की धूमल कैंप से दूरियां बढ़ी हैं।
यह भी भविष्य के गर्भ में है कि अगर डॉ. राजीव बिंदल को हिमाचल में बीजेपी की कमान मिल जाती है तो वह अगला चुनाव लडऩा चाहेंगे या नहीं। दीगर बात यह है कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की इस बार हिमाचल के संगठन चुनाव में गहरी दिलचस्पी होगी क्योंकि वह 2017 में राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे।
इस सवाल का जवाब भी तलाशा जाना बाकी है कि क्या धूमल व शांता कुमार के अलावा नड्डा एक सशक्त टीम राज्य में खड़ी करना चाह रहे हैं क्योंकि इसी टीम के बूते राज्य की कमान बतौर मुख्यमंत्री संभाली जा सकती है। इस बात में कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नड्डा को ही अगला मुख्यमंत्री चाहते हों क्योंकि नड्डा देश के उन नेताओं में शुमार हैं, जिन्हें मोदी के बेहद करीब समझा जाता है।
क्या हैं संगठन चुनाव का शैडयूल?
पार्टी के चुनाव 20 सितंबर से 20 नवंबर के बीच करवाए जाएंगे। बूथ स्तर के चुनाव 20 सितंबर को करवाने का निर्णय लिया गया है, जबकि मंडल स्तर के चुनाव 10 अक्तूबर व जिला स्तर के चुनाव 30 अक्तूबर को होंगे। पार्टी के राज्य में 17 संगठनात्मक जिले हैं, लिहाजा 34 डैलीगेट भाजपा के अगले सेनापति का फैसला करेंगे। विधायक व भाजपा चुनाव अधिकारी विक्रम ठाकुर ने कहा कि 20 नवंबर तक पार्टी का अगला राज्य अध्यक्ष बना लिया जाएगा।
क्या कहा राजीव बिंदल ने?
हिमाचल भाजपा के महामंत्री व विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल होने के सवाल पर कहा कि पार्टी का हर आदेश सर्वोपरि होता है। यह पार्टी को तय करना है कि किसे राज्य अध्यक्ष बनाया जाए।