एमबीएम न्यूज/नाहन
सिरमौर के ट्रांसगिरी क्षेत्र के युवा मेहनत व लगन के बूते फलक छू रहे हैं। देवभूमि में युवाओं की नशे के प्रति बढ़ती लत से हर कोई चिंतित है,लेकिन इसमें एक तबका ऐसा भी है जो कम उम्र में बुलंदियों की तरफ बढ़ रहा है।
बुधवार को इसी फेहरिस्त में शिलाई उपमंडल की बालीकोटी पंचायत के चकरी गांव के 29 वर्षीय सुरेंद्र सिंह नेगी का नाम भी जुड़ गया है। हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा बुधवार को श्रम व रोजगार विभाग में सहायक निदेशक(फैक्ट्रीज-मैकेनिकल) के एकमात्र पद का नतीजा घोषित किया। इस पद को हासिल करने के बाद सुरेंद्र सिंह नेगी प्रथम श्रेणी के राजपत्रित अधिकारी बन गए हैं। बेटे की इस कामयाबी पर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। प्राथमिक पाठशाला कंडयारी से पांचवी तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुरेंद्र ने दसवीं की पढ़ाई शिलाई से पूरी की, इसके बाद नाहन के शमशेर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला से जमा दो की पढ़ाई पूरी करने के दौरान बीटेक की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी में जुट गए,चूंकि मेहनती लड़का था,लिहाजा सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक में दाखिला हासिल हो गया। यहां भी पढ़ाई के दौरान मेधावी रहे,कम उम्र में ही गेट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया तो पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में एमटेक में दाखिले का रास्ता साफ हो गया। इस वक्त इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्टरी अंमरनाथ मुंबई में कार्यरत हैं।
विशेष बातचीत के दौरान चौपाल में बिजली बोर्ड में डिविजनल अकाउंटेंट के पद पर तैनात पिता कुंदन सिंह नेगी ने बताया कि बुधवार को जब हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा नतीजा जारी होने की सूचना मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि एमएससी के बाद बेटी की शादी कर दी,जबकि एक बेटा चंडीगढ़ में कोचिंग ले रहा है। गौरतलब है कि श्रम विभाग में सहायक निदेशक का एक मात्र पद अनारक्षित वर्ग के लिए था। पद के लिए आयोग द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षा 5 मार्च 2019 को ली गई थी,जबकि निजी साक्षात्कार 17 जुलाई को ही हुए। इस पद पर पहुंचकर सुरेंद्र नेगी प्रदेश के उद्योगों में श्रम कानूनों की पालना को लेकर अहम जिम्मेदारी निभाएंगे।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सुरेंद्र का कहना था कि शिद्दत व मेहनत से मुकाम हासिल किया जा सकता है। एक सवाल के जवाब में सुरेंद्र का कहना था कि फिलहाल अल्टीमेट गोल हासिल नहीं किया है,वो एक प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं,लिहाजा कोशिश जारी रखेंगे। पूछे जाने पर सुरेंद्र ने कहा कि शुरुआती चरण में लगभग 400 उम्मीदवार इस पद के लिए दौड़ में थे,इसके बाद अंतिम चरण में 6 लोगों का चयन हुआ था। बुधवार सुबह ही साक्षात्कार के बाद शाम तक नतीजा घोषित हो गया।