रेणु कश्यप/नाहन
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति शहर की एक महिला संध्या अग्रवाल ने गजब की दीवानगी दिखाई है। वीरवार की रात 8:00 बजे मायके से घर पहुंचती है। अचानक ही प्रधानमंत्री के नामांकन पत्र के दौरान रोड शो में हिस्सा लेने का विचार कौंध जाता है। रात 2:00 बजे दो अन्य महिलाओं उमा कंवर, सुशीला ठाकुर व पायलट सुहेल शेख के साथ सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए रवाना हो जाती है।
शुक्रवार सुबह लगभग 1000 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद वाराणसी पहुंच जाती है। हालांकि उमड़े जन सैलाब में संध्या को सही तरीके से नरेंद्र मोदी के दीदार नहीं हो पाए, लेकिन वह इस बात को लेकर संतुष्ट है कि रोड शो का हिस्सा बन गई। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने संध्या से फोन पर संपर्क किया तो उनका कहना था कि प्रधानमंत्री को रोड शो में नजदीक से देखने का मौका नहीं मिला, इस बात को लेकर थोड़ी मायूसी तो है।
मगर इस बात का संतोष भी है कि वह सही समय पर वाराणसी पहुंच गई। उनका कहना था कि सफर के दौरान हल्के-फुल्के ही ब्रेक लिए गए, क्योंकि सफर के दौरान अधिक समय लगने की सूरत में वाराणसी सही समय पर पहुंच पाना मुश्किल हो जाता। उनका यह भी कहना था कि वह 2014 में भी मोदी के नामांकन पत्र भरने के दौरान वाराणसी पहुंची थी।
उन्होंने बताया कि पिछली बार तो सब कुछ सुनियोजित तरीके से किया था, लेकिन इस बार तो अचानक ही मन में विचार आ गया। तो रात 2:00 बजे वाराणसी के लिए रवाना हो गई। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति संध्या ने जबरदस्त दीवानगी दिखाई है। अहम बात यह है कि संध्या बीजेपी में किसी भी पद पर तैनात नहीं है। एक आम शख्स की तरह वाराणसी पहुंची।