एमबीएम न्यूज/पांवटा साहिब
कहते हैं, कुदरत सितम ढाती है तो जिंदगी की उम्मीद भी देती है। ऐसा ही कुछ शहर के एक परिवार के साथ गुजर रहा है। चार साल पहले घर का लाडला बेटा शुभम अचानक ही लापता हो गया। परिवार ने दर-ब-दर की ठोकरें खाई, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया, क्योंकि शुभम साऊदी अरब की एक ऐसी कैद में गिरफ्त हो चुका था, जहां से कोई संपर्क नहीं कर पा रहा था।
अचानक ही 13 हिमाचलियों के साऊदी अरब में बंधक होने की खबर मीडिया की सुर्खियां बन गई। वहां से युवकों ने जैसे-तैसे वीडियो व तस्वीरें भेज दी। तस्वीरें जब प्रिंट मीडिया के अलावा सोशल मीडिया में वायरल हुई तो शहर में एक मां के चेहरे पर बरसों बाद सुकून नजर आया क्योंकि इन तस्वीरों में उन्हें अपना लापता बेटा भी नजर आ गया था। पहले कुदरत ने सितम ढाया, फिर बेटे के लौटने की उम्मीद जताई। मगर मां घर पर अब भी सिसक रही है, क्योंकि बेटा शुभम कैसे सकुशल घर पहुंचेगा, इस बात की चिंता दिन-रात सताए जा रही हैं। पिता रणजीत सिंह व मां कुसुमलता की रातें जाग कर कट रही हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी बेटे को वापस लाने की अर्जी दी है। खबर मिलने के बाद जब मीडिया कर्मी कुसुमलता से मिले तो फफक-फफक कर रो पड़ी। पिता रणजीत सिंह के मुताबिक 4 अगस्त 2015 को बेटे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। प्रशासन को भी अब अवगत करवा दिया है कि उनका बेटा
साऊदी अरब में कैद है। सनद रहे कि लापता होने के दौरान शुभम की उम्र 20 साल के आसपास थी।
डीएसपी बबीता राणा का कहना है कि शुभम को वापस लाने के लिए मामला प्रशासन को प्रेषित किया गया है, ताकि इसे राज्य सरकार के समक्ष रखा जा सके। कुल मिलाकर परिवार को अचानक लापता बेटे की खैर-खबर मिल जाने से संतोष है।