एमबीएम न्यूज/नाहन
नाहन पुलिस थाना के प्रभारी, इंस्पेक्टर विजय कुमार को लाइन हाजिर किया गया है। बेबाक व साफ छवि के इंस्पेक्टर को क्यों लाइन हाजिर किया गया, इस बात को लेकर बुधवार शाम से ही सस्पेंस बना हुआ था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पड़ताल करने पर पाया कि बीजेपी के तीन समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा-353, 506, 34 व 504 के तहत मामला दर्ज करने की सजा मिली है। दरअसल हुआ यूं कि पुलिस विभाग के साइबर सैल में कार्यरत एक कांस्टेबल के भाई के साथ भाजपा समर्थकों की अनबन चल रही थी। इसी मामले को सुलझाने के मकसद से कांस्टेबल ने भाजपा समर्थकों को फोन किया। इसके बाद तीन कार्यकर्ता कांस्टेबल के कार्यालय में पहुंचकर धमकाने लगे।
इसके बाद कांस्टेबल ने थाना में तीनों के खिलाफ लिखित शिकायत दे दी। चूंकि पुलिस के अपने महकमे के ही कर्मचारी मनोबल का सवाल था, साथ ही पुलिस के अपने कार्यालय की बात थी। लिहाजा प्रारंभिक छानबीन के बाद मामला दर्ज कर लिया गया। पुख्ता सूत्रों का यह भी कहना है कि भाजपा के शीर्ष नेता के अलावा संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी ने भी थाना प्रभारी को फोन कर धमकाया।
हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी ने भी दम रखते हुए रोजनामचा में फोन पर मिली धमकी की रपट डाल दी। सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस महानिदेशक तक भी बीजेपी ने इस मामले को पहुंचाया। इसके बाद एसपी पर कार्रवाई को लेकर दबाव पड़ा। आखिर में थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पुलिस महकमे के शीर्ष अधिकारियों से थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने की वजह पूछी। लेकिन कोई भी बताने को तैयार नहीं हुआ। संभवतः मामला हाई प्रोफाइल हो जाने की वजह से कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
उधर एसपी रोहित मालपानी ने भी टिप्पणी करने से इंकार किया। लेकिन थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने की बात मानी है।
सनद रहे कि इंस्पेक्टर विजय कुमार के कालाअंब में बतौर थाना प्रभारी रहने के बाद भी माइनिंग के खिलाफ एक्शन चर्चा में रहा था। मूलतः सोलन के परवाणु के रहने वाले इंस्पेक्टर का पिछला रिकॉर्ड भी प्रशंसनीय रहा है। हाल ही में जुड्डा के जोहड़ के समीप कार में एक मजदूर को जलाने की घटना को क्रेक करने में इंस्पेक्टर विजय की बड़ी भूमिका रही थी।