शिमला (एमबीएम न्यूज) : वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को स्वरोजगार के समुचित अवसर उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत राज्य के विभिन्न भागों में 20 नए ईको टूरिज्म स्थलों को विकसित करने का निर्णय लिया है।
वन मंत्री ने कहा कि ईको टूरिज्म सोसाइटी ने इन स्थलों को विकसित करने के लिए इच्छुक व्यक्तियों व संस्थाओं से ‘एक्सप्रेशन ऑफ इन्ट्रस्ट’ आमंत्रित किए हैं और स्थल चिन्हित करनेे के पश्चात भारत सरकार से भूमि परिवर्तन से संबंधित मामला उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्तियों व संस्थाओं से पर्यावरण व पारिस्थितिकी संरक्षण, प्राकृतिक सौंदर्य के बचाव, वन संरक्षण, कूड़ा प्रबंधन और ईको टूरिज्म में उनके सहयोग के बारे में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। भरमौरी ने कहा कि वर्ष 2005 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ईको टूरिज्म नीति-2005 बनाई थी।
इसी का अनुसरण करते हुए वर्तमान प्रदेश सरकार ने राज्य में और ईको टूरिज्म स्थलों को विकसित करने का निर्णय लिया है। वनों के संरक्षण के मद्देनजर पहले से ही क्रियाशील ईको टूरिज्म स्थलों पर सामाजिक-पर्यावरण प्रभाव अध्ययन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ईको टूरिज्म में प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को बड़े स्तर पर बढ़ावा देने के लिए राज्य की वन संपदा के समुचित दोहन के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा ईको टूरिज्म को गैर वानिकी गतिविधि घोषित किया गया है। इसलिए सभी ईको टूरिज्म परियोजनाओं पर वन संरक्षण अधिनियम 1980 लागू होगा।
वन मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप वन विभाग को प्रदेश में पूर्व में चिन्हित पांच स्थलों के बारे में भी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।