शिमला (एमबीएम न्यूज): अपनी काबलियत के बूते ग्रामीण परिवेश की प्रज्जवल बस्टा आठवें अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन के मंच तक पहुंची हैं। यहां जुब्बल व कोटखाई पंचायत समिति की चेयरपर्सन प्रज्जवल ने मंच से संबोधन के साथ-साथ पैनल चर्चा में भी हिस्सा लिया है।
दरअसल द आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा बैंगलोर में 23 से 25 फरवरी तक आठवां अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें विश्व भर से राजनीतिज्ञ, फिल्मी हस्तियां व बिजनेस क्षेत्र में बेहतरीन मुकाम हासिल करने वाली महिलाएं हिस्सा ले रही हैं। सम्मेलन के दूसरे दिन प्रज्जवल को अपना वक्तव्य रखने का मौका मिला।
सनद रहे कि प्रज्जवल को देश भर की सबसे युवा बीेडीसी चेयरपर्सन बनने का गौरव भी हासिल है। सम्मेलन में मीडिया से जुड़ी कई नामी हस्तियां भाग ले रही हैं। खास बात यह है कि हिस्सा ले रही तमाम हस्तियों में भी प्रज्जवल सबसे युवा अचीवर हैं। अपने वक्तव्य में प्रज्जवल बस्टा ने कहा कि वह हिमालय के ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने कहा कि साधारण ग्रामीण परिवार से संबंध रखती हैं। साथ ही कहा कि राष्ट्र निर्माण में ग्रासरूट पर कार्य कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में महिलाओं का राजनीति में प्रवेश करना आसान नहीं है। इसके कई अलग-अलग कारण हैं। इसकी मुख्य वजह राजनीति को डर्टी गेम कहा जाना भी है। उन्होंने कहा कि महिला कुदरत की एक विशेष रचना है, जो मां भी है, शक्ति भी है। खास बात यह है कि महिला की सोसायटी के लीडर्स की जन्मदाता होती है।
सनद रहे कि इस सम्मेलन में भी विश्व भर से जुटे वक्ताओं में प्रज्जवल ही सबसे युवा वक्ता थी।