नाहन (एमबीएम न्यूज़ ): मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण से ठीक पहले डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टर प्रदर्शन पर उतर आए हैं। मेडिकल स्टूडेंट्स ने मंगलवार को कक्षाओं का वहिष्कार किया है। आरोप है कि हॉस्टल व अस्पताल में वाटर फिल्टर की व्यवस्था नहीं है साथ ही मूलभूत ढांचे की भी कमी है। हड़ताल कर रहे प्रशिक्षु डॉक्टरों का कहना है कि अब तक डाइट प्रणाली को लागू नहीं किया जा रहा है जबकि मेस में डाइट प्रणाली होनी चाहिए। आरोप यह भी है कि मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए अलग शौचालय नहीं बनाए गए हैं।
हाथों पर काले रिबन बांधकर प्रदर्शन कर रहे मेडिकल स्टूडेंट्स का यह भी कहना है कि कॉलेज में मूलभूत सुविधाएं न होने की वजह से पढ़ाई में दिक्कत आ रही है। आरोप यह भी है कि एमसीआई के मापदंडों के मुताबिक कॉलेज में 50 बेडेड अतिरिक्त अस्पताल होना चाहिए लेकिन इसे आयुर्वेदिक अस्पताल में दिखाने की कोशिश हो रही है।
उधर एक प्रोफेसर द्वारा हड़ताली छात्रों को कक्षाओं में चलने का आग्रह भी किया गया,मगर मौके की नजाकत भांपते हुए महिला प्रोफेसर भी नौ दो ग्यारह हो गई। कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ जयश्री शर्मा ने अब तक हड़ताली छात्रों से बात करने की कोशिश नहीं की है। हालांकि कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई मर्तबा विवादों में आता रहा है, खुद प्रधानाचार्य के व्यवहार को लेकर कर्मचारी भी सवाल उठा चुके हैं। यह पहला मौका है कि जब प्रशिक्षु डॉक्टर्स हड़ताल पर उतरे हैं।
उधर एक अन्य जानकारी के मुताबिक हड़ताली स्टूडेंट्स इस बात पर भी अड़े हुए है कि जब तक प्रधानाचार्य खुद नहीं आती तब तक हड़ताल नहीं तोड़ेंगे। यह भी चर्चा है कि इस समय प्रिंसिपल खुद शिमला में है।