पांवटा साहिब (शैलेंद्र कालरा) : सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में 97.6 प्रतिशत अंक हासिल करने के बावजूद पांवटा साहिब के द स्कॉलर्स होम की छात्रा मुग्धा अरोड़ा को मंगलवार सुबह तक भी इस बात का अहसास नहीं था कि वह समूचे हिमाचल प्रदेश की टॉपर हैं। ऑल इंडिया टॉपर एम गायत्री से महज डेढ़ प्रतिशत अंकों से पिछड़ी मुग्धा को अपनी मेहनत पर पूरा विश्वास था।
ऑल इंडिया टॉपर ने 496 अंक हासिल किए। वहीं मुग्धा ने 488 अंकों का स्कोर किया। यह भी संभावना है कि हिमाचल के अलावा पड़ोसी राज्य हरियाणा, चंडीगढ़ व जे एंड के में भी मुग्धा ने मैरिट में रैंकिंग हासिल की होगी। मंगलवार को मुग्धा अपनी एक परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए चंडीगढ़ रवाना हुई।
मुग्धा को आईआईटी मेनस की परीक्षा का भी बेसब्री से इंतजार है। मुग्धा की इस उपलब्धि पर स्कूल के निदेशक नरेंद्र पाल सिंह नारंग, चेयरमैन त्रिलोक सिंह नारंग व निदेशक गुरमीत कौर नारंग ने खुशी जताते हुए मेधावी छात्रा को बधाई दी है। फोन पर मुग्धा से बातचीत के मुख्य अंश कुछ इस तरह से हैं:-
प्र. बहुत-बहुत बधाई! आप ऑल इंडिया टॉपर से मात्र कुछ अंकों से पीछे रही।
उ. मैंने केवल मेहनत की। परिणाम स्वाभाविक ही आ जाता है।
प्र. अपने सहयोगी छात्रों को क्या मंत्र देना चाहती हैं?
उ. मेरी जब नींद खुलती थी तो मैं पढ़ने बैठ जाती थी, जब नींद आती थी तो सो जाती थी। यही मेरी मेहनत थी।
प्र. सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगी?
उ. द स्कॉलर्स होम स्कूल के तमाम टीचर्स व स्टाफ जिन्होंने हमेशा मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
प्र. जीवन में आपका लक्ष्य क्या है?
उ. मैं कंप्यूटर साईंस में बीटेक करना चाहती हूं। यह जरूरी नहीं कि मैं एमटेक करूं। बीटेक के बाद एमबीए भी कर सकती हूं। सिविल सर्विसिज में जाने का कोई मूड नहीं है।
प्र. कितने घंटों की पढ़ाई के बाद यह सफलता मिली?
उ. जमा दो का शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद बाहरी जीवन से करीब-करीब नाता टूट गया। 8 से 10 घंटे की पढ़ाई नियमित रही। सोना, स्कूल जाना व पढ़ना ही प्राथमिकता थी।