शैलेंद्र कालरा (नाहन ) : सिरमौर के राजगढ उपमंडल की करगाणू पंचायत में 13 लाख रूपये की कथित घूस मांगने की ओडियो रिकार्डिंग के मामले में सरकार ने जांच शुरू कर दी है। पंचायती राज के प्रधान सचिव व प्रवासी भारतीय (एनआरआई) एके सचदेवा की ईमेल पर जांच शुरू हुई है। 20 मई तक इसकी रिर्पोट डीसी की टेबल तक पहुंचने की बात कही गई है। इसी के बाद ऑडियों क्लिप को फोरेसिंक प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जा सकता है।
इस मामले में जिला अंकेक्षण अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को जांच के आदेश दिए। साथ ही शनिवार को जांच अधिकारी को पंचायत घर पहुंच कर जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए। एमबीएम न्यूज ने इस मामले को अपनी बेवसाइट www.mbmnewsnetwork.com पर प्रमुखता से उजागर किया था।
सनद रहे कि 13 लाख रुपए की घूस मांगने पर पंचायत प्रधान रतन लाल द्वारा तमाम आरोपों को खारिज किया जा चुका है। इस मामले में राजगढ के कार्यवाहक एसडीएम कपिल तोमर द्वारा भी बीडीओ से जांच करने के निर्देश पहले भी दिए जा चुके है जिसकी रिर्पोट अभी आनी बाकी है।
18 को है ग्राम सभा
पंचायत की ग्राम सभा 18 मई को हो रही है। इसमें राजगढ के खंड विकास अधिकारी को मौजूद रहने के निर्देश भी जारी हुए हैं। दरअसल मामला पंचायत की एनओसी से जुडा हुआ है। एनआरआई एके सचदेवा ने 17 जनवरी को पर्यटन विभाग में होटल के पंजीकरण का आवेदन किया था। इसके बाद विभाग ने 23 मार्च को ग्राम पंचायत करगाणू को एनओसी देने को कहा। लेकिन इसकी एवज में पंचायत प्रधान ने कथित तौर पर 13 लाख रुपए की राशि मांग डाली।
एनआरआई ने कहा था कि वो 13 करोड की लागत से तीन सितारा होटल का निर्माण कर रहा है। एनआरआई ने भी राशि मांगने के दौरान पंचायत प्रधान की ऑडियो रिकार्डिंग कर ली। अब देखना यह है कि 18 मई की ग्राम सभा में क्या होता है क्योंकि पंचायत प्रधान भी इस मसले पर ग्राम सभा में मतदान की मांग कर रहा है।
क्या कहा डीपीओ ने?
सिरमौर के जिला पंचायत अधिकारी एमएस नेगी ने जांच शुरू करने की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच के दौरान पंचायत के रिकार्ड को खंगाला जाएगा। इसकी रिर्पोट मिलने के बाद ऑडियों क्लिप की विश्वसनीयता की जांच प्रयोगशाला से करवाई जाएगी।