ऊना (एमबीएम न्यूज़ ) : दिल्ली की एक एनजीओ ने ऊना में मानव तस्करी कर लाये गए 12 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की है। NCCEBL संस्था ने जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से दो होटलों और एक पोल्ट्रीफॉर्म से इन मजदूरों को आजाद करवाया है। मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरों के पक्ष में आवाज उठाने वाली दिल्ली की संस्था नेशनल कैम्पेन कमेटी फॉर इरेडिकेशन ऑफ़ बोंडेड लेबर ने सफलता हासिल की है।
एनजीओ की शिकायत पर प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर जिला के दो नामी होटलों और एक पोल्ट्रीफार्म से इन मजदूरों को छुड़वाया है। एनजीओ संचालक निर्मल गुराना ने बताया कि उनकी संस्था के पास शिकायत आई थी, जिस पर संस्था ने अभियान चलाकर मानव तस्करी के इस रैकेट का पर्दाफाश किया। उनकी संस्था पहले भी कई जगहों पर बंधुआ मजदूरों को छुड़ा चुकी है।
सूत्रों की माने तो यह सभी मजदूर दिल्ली के एक ठेकेदार द्वारा जिला के विभिन्न स्थानों पर काम पर लगाए गए थे। लेकिन इन्हे आज दिन तक न ही वेतन मिला और न ही कोई सुविधा। हालांकि जिला में ईंट भट्टो पर ऐसे मामले सामने आते रहे है लेकिन होटलों और मुर्गीखाने में इस तरह के मामले पहली बार सामने आए है। वहीं जिला प्रशासन ने भी इस मामले में एनजीओ का पूरा साथ देते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया। प्रशासन ने ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी लगातार किये जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि हिमाचल से बंधुआ मजदूर जैसे अभिशाप को समाप्त करने में पूरा सहयोग किया जाएगा।