नाहन (एमबीएम न्यूज): जिला सिरमौर में पंजीकृत साठ हजार बेरोजगारों के लिए आयोजित एक दिवसीय रोजगार मेला जिला श्रम एवं रोजगार विभाग तथा जिला प्रशासन के आपसी समन्वय की कमी के चलते पूरी तरह फ्लॉप रहा। उचित तैयारी व प्रचार-प्रसार की भारी कमी के चलते इस बेरोजगार मेले में जिले भर से केवल पांच फीसदी बेरोजगार ही रोजगार हेतु नाहन पहुंच पाए।
यहां बताना जरूरी है कि जिला में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 60 हजार है, जो की बड़ा ही चौंकाने वाला आंकड़ा है। इस आंकड़े के प्रति विभाग व प्रशासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेले में जिला भर से केवल 315 बेरोजगारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। जबकि बद्दी, पांवटा साहिब व कालाअंब की 24 औद्योगिक इकाइयों द्वारा मेले के माध्यम से 1237 रिक्तियों को भरने का लक्ष्य रखा गया था।
दवा उत्पादन की बड़ी कंपनी मैनकाइंड ने 110 रिक्तियों को भरना था। एक भी आवेदक नहीं पहुंचा। ब्लू स्टार कंपनी के मनीष पराशर ने बताया कि उनकी मांग 100 पदों की थी, जिसमें केवल आईटीआई होल्डर ही रखे जाने हैं। मगर दोपहर बीत जाने तक उनके पास केवल 4 ही आवेदन आए। बद्दी की हिम टेक्नो फोर्स द्वारा 49 टेक्निशन डिप्लोमा होल्डर रखने थे। मगर उनके पास भी केवल 15 ही आवेदन पहुंचे।
देवयानी फूड जोकि क्रीम बेल नाम का आइसक्रीम ब्रांड बनाती है समेत इस मेले में कई बड़ी कंपनी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। मगर मेले के आयोजन से वह पूरी तरह से हताश नजर आए। उन्हें अपने उपक्रमों के लिए एक भी कर्मी नहीं मिल पाया। नितिन लाइफ सेंस को भी बी फार्मा व आईटीआई होल्डर इलेक्ट्रीशियन के पद भरने थे, उन्हें भी इसके लिए बी फार्मा का आवेदनकर्ता ही नहीं मिले।
मजे की बात तो यह भी है कि इस मेले में न तो किसी प्रशासनिक अधिकारी ओर न ही किसी राजनीतिज्ञ ने रूचि दिखाई। महज औपचारिकता निभा दी गई। सनद रहे कि रोजगार सृजन एवं संसाधन संचालन बोर्ड अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान का ताल्लुक सिरमौर से है। उधर जिला रोजगार अधिकारी बलवंत वर्मा ने बताया कि उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार के लिए बैनर पोस्टर आदि लगाए थे। उन्होंने कहा कि बजट के अभाव में विशेष अतिथि नहीं बुलाए गए।