राजेश कुमार / पांवटा साहिब – गुरू की नगरी पांवटा साहिब में भुक्की का अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है। पांवटा साहिब के बातापुल से लेकर भूपपूर तथा तारूवाला आदि स्थानों पर दर्जनों ऐसे अड्डे बन गये है जहां सरेआम भुक्की के रूप में धीमी मौत बांटी जा रही है। इस नशे की जकड़ में बसों, ट्रकों के चालक परिचालक तो अरसे से है परन्तु खुलेआम प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे इस व्यापार की पकड़ में अब युवा पीढ़ी तथा स्कूली बच्चे भी आने लगे है। परन्तु पुलिस प्रशासन सब जानते हुए भी कुछ खास कार्यवाही अमल में नहीं ला रही है। जो आमखास की समझ से परे है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब के बातापुल से लेकर भूपपूर तक भुक्की कारोबारियों के दर्जनों अड्डे बन गये है जो खुले आम मौत का यह सामान मनमाने दाम में बेच रहे है। इसके अलावा तारूवाला में भी इनके बिक्री केन्द्र बढ़ने लगे है जबकि लड़कों की रा.व.मा. पाठशाला भी वहीं पड़ती है। ऐसे में देखादेखी में युवा बच्चों का भी इसकी जकड़ में आना लाजिमी है। भूस के भाव बिकने वाला यह भूसे जैसा सूखा पदार्थ एक हजार से 1200 रूपये किलो बेचा जा रहा है। जिस प्रकार पांवटा में यह बेरोकटोक चल रहा है। उससे नई युवा पीढ़ी इसकी जकड़ में आकर अपना भविष्य तबाह कर रही है। सूत्रों के मुताबिक भूपपूर के कुछ दुकानों में हर समय भुक्की के लिये ऐसी भीड़ जमा होती है जैसे नई फिल्म आने पर टिकट काउन्टर पर लोग जमा होते है। परन्तु प्रशासन को जैसे शायद इसकी भनक ही नहीं है इसलिये यह कारोबारी बेधड़क खुलेआम धीमी मौत का यह सामान बेचकर लोगों की जिन्दगियां तबाह कर रहे है। गत वर्ष भी पांवटा साहिब के बाता पुल के पास पुलिस ने इस धन्धे से लिप्त व्यक्ति को भारी मात्रा मे भुक्की के साथ धर दबोचा था । कभी कभार थोडी बहुत मात्रा मे भुक्की बेचने वालो को भी पुलिए दबोचती है लेकिन जिस तेज गति से भुक्की के कारोबार को फैलाया जा रहा है वे इसके सामने कुछ भी नही।
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