बिलासपुर, 30 जून : शिमला से अगवा किए गए टैक्सी चालक हरिकृष्ण की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पंजाब के दो युवकों ने मात्र 15 हजार रुपए के लिए टैक्सी चालक की हत्या कर दी। इसके बाद चालक के शव को किरतपुर ले जाकर नहर में फेंक दिया। खबर लिखे जाने तक टैक्सी चालक का शव बरामद नहीं हुआ था, लेकिन गोताखोर शव की तलाश में जुटे हुए थे।
घटना के अनुसार, टैक्सी चालक हरिकृष्ण दोनों युवकों को मनाली घुमा कर वापस लौट रहे थे। बिलासपुर में चाय पीने के बहाने युवकों ने टैक्सी रुकवाई और चालक को अपहरण कर लिया। आरोपियों ने पहले गमछे से उसका गला घोंटा और फिर पत्थर से मारकर उसका चेहरा बिगाड़ दिया। इसके बाद शव को किरतपुर ले जाकर नहर में फेंक दिया। शनिवार को पुलिस ने पंजाब के मलेरकोटला और मुल्लांपुर से दोनों आरोपियों जसकरन जोत (20) और गुरमीत सिंह (27) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक विवेक चहल ने मामले की पुष्टि की है।
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घटना का विवरण
हरिकृष्ण शिमला में टैक्सी चलाते थे और मूल रूप से सोलन जिले के राम शहर के निवासी थे। उनका शिमला स्थित विक्ट्री टनल के समीप टूर एंड ट्रेवल का कारोबार है। 24 जून को हरिकृष्ण अपनी टैक्सी (HP01A-5150) में दो पर्यटकों को तारा हॉल शिमला से मनाली लेकर गए थे। 25 जून की शाम करीब 8 बजे उन्होंने अपने बेटे देशराज से फोन पर बात की थी और बताया था कि वे बरमाणा पहुंच गए हैं और सवारियों को बिलासपुर छोड़कर वापस आ रहे हैं। इसके बाद उनका फोन बंद हो गया और उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
भराड़ी घाट कयारडा पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में हरिकृष्ण की टैक्सी देखी गई, जिसे एक सवारी चला रहा था और दूसरी सवारी भी साथ थी। हरिकृष्ण टैक्सी में नहीं दिखे, लेकिन पिछली सीट पर एक व्यक्ति सोया हुआ नजर आया। 26 जून को दोपहर 2:26 बजे हरिकृष्ण का मोबाइल चालू हुआ और लोकेशन बिलासपुर के नमोहल में पाई गई थी।