नाहन, 30 जून : हिमाचल प्रदेश के खेल प्रेमियों के लिए एक दुखद समाचार है। अपने जमाने के बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी भूपिंदर सिंह रावत का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका संबंध नाहन छावनी से था और वह प्रारंभ में सेना में थे। उन्होंने गोरखा ब्रिगेड का प्रतिनिधित्व किया और बाद में मफतलाल फूटबाल क्लब के लिए खेले। भूपिंदर सिंह रावत पहले हिमाचली खिलाड़ी थे, जिन्होंने फूटबाल में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे सूरत, गुजरात में बस गए थे। शनिवार को उनका निधन हो गया। रविवार को सूरत में उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
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भूपिंदर सिंह रावत के निधन से फुटबॉल प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। एक समय में नाहन का फुटबॉल समूचे देश में एक अलग पहचान रखता था। राकेश फुटबॉल मेमोरियल टूर्नामेंट ने देश में एक खास पहचान बनाई थी, लेकिन दशकों पहले इस टूर्नामेंट का आयोजन बंद हो गया। मोहन बागान जैसी टीमें भी फुटबॉल खेलने नाहन आया करती थीं, लेकिन धीरे-धीरे शहर ने फुटबॉल में अपनी पहचान खो दी।
भूपिंदर सिंह रावत का योगदान न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे भारतीय फुटबॉल के लिए महत्वपूर्ण था। उनके खेल कौशल और समर्पण ने उन्हें एक प्रेरणास्रोत बनाया। उनके निधन से फुटबॉल जगत को एक बड़ी क्षति हुई है। उनकी यादें और उनके योगदान हमेशा जीवित रहेंगे। हिमाचल प्रदेश के लोगों और फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह समय दुखदायी है, लेकिन भूपिंदर सिंह रावत की विरासत हमेशा उनके दिलों में बसी रहेगी।