कालाअंब, 2 अप्रैल : शातिरों ने कालाअंब से भावानगर के लिए सरिए से लदे ट्रक को हाईजैक कर लिया। औद्योगिक इकाई जय भारत सरिया से टनों सरिया लादा गया था। लेकिन, खाकी ने भी साजिश का तिनका-तिनका उखाड़ दिया है। चालक सहित तीन आरोपी सलाखों के पीछे हैं। वारदात में इस्तेमाल दो वाहन भी कब्जे में लिए गए हैं।
कैसे रची गई साजिश….
शातिरों ने वारदात को ऐसे तरीके से अंजाम देने की योजना बनाई थी कि शायद सरिया चोरी का खुलासा ही बयां नहीं हो पाएगा। करीब 6 दिन पहले सरिया ट्रक चालक को ये कहकर विश्वास में लिया गया कि रकम का एक हिस्सा उसे भी दिया जाएगा। साथ ही सरिए को उतार कर दूसरे ट्रक में लाद दिया जाएगा।
चालक जैसे ही सरिया लेकर फैक्टरी से कुछ दूर पहुंचा तो ट्रक से सरिए को नहीं उतारा गया, बल्कि जीपीएस तोड़ने के बाद जीरकपुर के आसपास डंप यार्ड में ले जाया गया। यहां चार टन सरिया उतार लिया गया। चंडीगढ़ के आसपास ही चालक ट्रक छोड़कर चला गया। इसके बाद बाकी सरिए को ट्रक में ही मालिक लेकर भावानगर पहुंचा।
मालिक इस बात से बेखबर था कि लाखों रुपए का चार टन सरिया ट्रक से उतार लिया गया है। इत्तफाकन भावानगर में सरिये का वजन कर लिया गया। यहीं से पोल खुल गई। वारदात को अंजाम देने वालों ने ये चांस लिया था कि अगर वजन नहीं हुआ तो तीर निशाने पर लग जाएगा।
मामला, पुलिस के पास 29 मार्च को पहुंचा। 24 घंटे के भीतर ही चालक को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जीरकपुर व पंचकुला के इलाके में सरिये को खरीदने वाले कबाड़ियों की सरगर्मी से तलाश की गई। आखिर में ये पता चला कि ये दोनों आरोपी हिमाचल के ही गगरेट में किसी फैक्टरी में मौजूद हैं।
कालाअंब पुलिस ने पलक झपके बगैर ही इस फैक्टरी के बाहर जाल बिछा दिया। आखिर में ये आरोपी काबू कर लिए गए। गौरतलब है कि सरिया के बाजार में वजन का ही बड़ा खेल होता है। औद्योगिक इकाईयां इस बात का दावा करती रही हैं कि फैक्टरी से लिफ्ट होने वाले सरिए में एक किलो के वजन का अंतर भी नहीं आ सकता।
ये हैं आरोपी….
सरिया बेचने वाले चालक की पहचान पंजाब के रहने वाले 24 वर्षीय लवप्रीत के तौर पर हुई है। सरिया बेचने के बाद वो डरा हुआ भी था। इसी वजह से उसने ट्रक छोड़ दिया था। पुलिस ने खरीददार के तौर पर मूलतः उत्तर प्रदेश के रहने वाले स्क्रैप डीलर 23 वर्षीय सूरज उर्फ बदलू व 32 वर्षीय नीरज को भी गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों ही अरसे से चंडीगढ़ में ही रह रहे थे।
पुलिस आरोपियों से विगत में मिलती-जुलती वारदातों को लेकर भी पूछताछ कर सकती है।