शिमला, 01 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। भारी उलटफेर के चलते कांग्रेस व भाजपा में उठापटक का दौर जारी है। राजनीतिज्ञ इतने दबाव में हैं कि लोकसभा (Lok Sabha) व विधानसभा (Assembly) के उपचुनाव ने रातों की नींद उड़ी हुई है।
ताजा घटनाक्रम में भाजपा व कांग्रेस अप्रत्याशित निर्णय ले रही हैं। जिसके चलते पार्टी हाईकमान के अलावा प्रदेश के नेता भी निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं। उहा-पोह के बीच राजनीतिक सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) हमीरपुर संसदीय सीट से अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वहीं, मंडी में कांग्रेस ने कंगना के मुकाबले बिलासपुर से ताल्लुक रखने वाली अभिनेत्री यामी गौतम (Yami Gautam) को टिकट देने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस ने शिमला से पूर्व मंत्री गंगू राम मुसाफिर (Gangu Ram Musafir) को दोबारा पार्टी में शामिल कर लोकसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है। इसके बाद भाजपा अपने घोषित प्रत्याशी सुरेश कश्यप (Suresh Kashyap) के स्थान पर जिला शिमला से नया प्रत्याशी ढूंढ रही है। कांगड़ा लोकसभा सीट से भाजपा ने टिकट बदलने का फैसला लिया है। यह से अब डॉ. राजीव भारद्वाज के स्थान पर त्रिलोक कपूर चुनाव लड़ सकते हैं। यहां कांग्रेस ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। हालांकि वह भी मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
उधर, तीनों निर्दलीय विधायकों ने उनका इस्तीफा स्वीकार न करने को लेकर दोबारा किसी धार्मिक स्थल पर जाकर स्नान करने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने इस्तीफा स्वीकार हो जाए, इसके लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को अयोध्या की यात्रा करवाने का निर्णय लिया है। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने प्रदेश में कांग्रेस की वर्तमान हालत को देखते हुए ताउम्र के लिए शिमला में ही बसने का निर्णय लिया है। प्रियंका के सामने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सत्ता बचाने की चुनौती है। लिहाजा वो अब छराबड़ा स्थित अपने घर में रहने के लिए सोमवार शाम को ही लावलश्कर के साथ शिमला पहुंच जाएंगी।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने पार्टी से अनुरोध किया है कि उन्हें भी लोकसभा टिकट बांटने की प्रक्रिया के बाद छुट्टी दी जाए। ताकि वह हिमाचल (Himachal) में रह कर भाजपा को और मजबूत कर सकें। पिछले कई दिनों से उन्हें शारीरिक व मानसिक थकान ने घेर रखा है।
उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने निर्णय लिया है कि वह लोकसभा चुनावों पर ज्यादा ध्यान न देकर कांग्रेस में और तोड़-फोड़ करने के लिए अपने मिशन को जारी रखेंगे। चुनाव के दौरान वह अपने गृह क्षेत्र के शिकारी देवी मंदिर में शत्रुहंता यज्ञ का आयोजन करेंगे।
पडोसी राज्य की सियासत से हिमाचल में आंच
उधर, हरियाणा (Haryana) के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद सिरमौर (Sirmaur) के नाहन शहर को हरियाणा में शामिल करने की कवायद शुरू की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि नाहन को हरियाणा की नई राजधानी बनाया जाएगा। उनका तर्क था कि यह हरियाणा के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल का सपना रहा है। जिसे हर हाल में पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि जब से वह मुख्यमंत्री बने हैं, बंसीलाल कई बार उनके सपने में आ चुके हैं।
पाठकों से आग्रह है कि इस समाचार का ध्येय आपके साथ साथ नेताओं को गुदगुदाना है।
बुरा न मानो “अप्रैल फूल”
प्रस्तुति: दिनेश कुंडलस