नाहन, 9 दिसंबर : भारतीय सेना अकादमी देहरादून (Indian Military Academy Dehradun) में शनिवार को 343 युवा अफसर बन गए। पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में शामिल होकर हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जनपद के कोलर गांव के लेफ्टिनेंट पुरुषोत्तम लाल ने सफलता की एक असाधारण दास्तां को भी लिखा है।
कालाअंब-देहरादून नेशनल हाईवे के किनारे बसे कोलर गांव के पुरुषोत्तम लाल ने जमा दो की परीक्षा के बाद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defense Academy) की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन, अंतिम चरण में सफलता नहीं मिली। लिहाजा, पुरुषोत्तम ने सिपाही की भर्ती में हिस्सा लिया, चयन होने पर डोगरा रेजिमेंट (Dogra Regiment) की छठी बटालियन में तैनात हो गए।
मन में जज्बा ‘सैन्य अधिकारी’ बनने का रहा। डयूटी के साथ-साथ आर्मी कैडेट कॉलेज (Army Cadet College) की तैयारी में भी जुटा रहा। आखिर में सितंबर 2019 में पुरुषोत्तम लाल को एसएसबी इलाहाबाद (SSB Allahabad) ने जनवरी 2020 बैच के लिए अनुमोदित किया। इसके बाद भारतीय सेना अकादमी देहरादून में चार साल का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
आखिर में शनिवार को वो पल आया, जब हौंसले, जज्बे व कठिन मेहनत की बदौलत एक साधारण सा लड़का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (lieutenant) के पद पर पहुंचा है। पासिंग आउट परेड के बाद सितारे लगाते वक्त मां बेटे को बार-बार आशीष दे रही थी, साथ ही बेटे को चूम कर गौरवान्वित महसूस कर रही थी। लेफ्टिनेंट पुरुषोत्तम लाल को असम रेजिमेंट (Assam Regiment) में कमीशन मिला है।
मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
गौरतलब है कि 2020 के बैच में हिमाचल प्रदेश से 14 युवक सेना में लेफ्निेंट के पद पर काबिज हुए हैं। उधर, लेफ्टिनेंट पुरुषोत्तम लाल शनिवार शाम सैन्य अधिकारी बन गांव पहुंचा। इस दौरान फूलों की बारिश से लेफ्टिनेंट पुरुषोत्तम का शानदार स्वागत किया गया। मां जोगिंद्र कौर व पिता जीत सिंह बेटे को सैन्य अधिकारी की यूनिफार्म में देख भावुक थे।