शिमला, 04 मई : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘सुखविंदर सिंह सुक्खू’ पहले इम्तिहान में 70.58% अंक लेकर शानदार तरीके से उत्तीर्ण हो गए हैं। दिलचस्प ये है कि भाजपा ग्रेस मार्क्स भी लेकर भी पास नहीं हो सकती थी। दरअसल, शिमला नगर निगम के चुनाव (Shimla Municipal Corporation Election) में 34 सीटों में से कांग्रेस ने 24 पर कब्जा किया। यदि ये मान लिया जाए कि एक सीट के 2.94% अंक थे तो कांग्रेस ने 70.58% अंक हासिल किए। 9 सीटें जीतने पर भाजपा को 26.49 % अंक मिले। वहीं सीपीआईएम हालांकि इस बात को लेकर खुश है कि समरहिल सीट को बरकरार रखा है, लेकिन ओवरऑल 2.94 अंक मिले हैं।
वैसे तो चुनाव कोई भी हो, कई मर्तबा 35-40% वोट लेने वाला प्रत्याशी भी जीत जाता है। अक्सर ही चुनाव का अंकगणित वोट प्रतिशतता के आधार पर बनता है। लेकिन इस शिमला नगर निगम चुनाव में आंकड़ा अंकों को लेकर भी चर्चा में है। भाजपा यदि 50% अंक ले पाती तो उस स्थिति में ग्रेस मिलने पर उत्तीर्ण होने की उम्मीद थी। ये अलग बात है कि नगर निगम का चुनाव पार्टी सिंबल (party symbol) पर हुआ था। लिहाजा, विरोधी खेमे से अंक चुराने की गुंजाइश नहीं थी।
दिलचस्प ये है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के चंद सप्ताह बाद ही राज्य में ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) की चर्चा की जाने लगी थी। लेकिन असल मायनों में भाजपा सुक्खू को शानदार अंकों के साथ उत्तीर्ण होने से नहीं रोक पाई।
दरअसल, मुख्यमंत्री बनने के बाद ‘सुखविंदर सिंह सुक्खू’ की ये पहली परीक्षा थी। अंतिम पारी में भाजपा ने तेज तर्रार नेता डाॅ. राजीव बिंदल (Dr. Rajeev Bindal) को बागडोर तो सौंपी, लेकिन देर हो चुकी थी। डाॅ. बिंदल भी शायद इस बात को भांप चुके थे कि कठिन परीक्षा में ‘सुक्खू’ ही मेयर व डिप्टी मेयर (mayor and deputy mayor) बनाएंगे। इसी कारण पहली ही पत्रकारवार्ता में बिंदल ने चतुराई से ये कह दिया था कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Former Chief Minister Jairam Thakur) व पूर्व अध्यक्ष सुरेश कश्यप ही जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
तीन विधानसभा क्षेत्रो का नतीजा
खास बात यह भी है कि शिमला नगर निगम चुनाव की परिधि तीन विधानसभा क्षेत्रों में फैली हुई है, इन तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के विधायक हैं, जिनमें से 2 को मंत्री की कुर्सी मिली हुई है। बात की जाए तो लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य (PWD Minister Vikramaditya Singh) की विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में कांग्रेस ने 4 में से 4 सीटें जीती हैं, जबकि मंत्री अनिरुद्ध सिंह के विधानसभा क्षेत्र की 12 सीटों में से 7 पर कांग्रेस ने कब्जा किया है। वही शिमला शहरी में कांग्रेस का प्रदर्शन बढ़िया रहा। कांग्रेस ने 18 में से 13 सीटों पर कब्जा किया। पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के विधानसभा क्षेत्र में आंकड़े के सुधार की गुंजाइश नजर आई है।