शिमला, 28 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) सरकार का पूर्व भाजपा सरकार (BJP government) के कार्यकाल के आखिरी महीनों में खुले दफ्तरों व संस्थानों को बंद करने का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में राज्य सरकार ने बुधवार को जल शक्ति विभाग के 32 दफ्तर डिनोटिफाई कर दिए हैं। इनमें आईपीएच के सेक्शन ऑफिस, सर्किल ऑफिस, डिविजन, सब डिविजन भी शामिल हैं। इसे लेकर सचिव जल शक्ति विभाग अमिताभ अवस्थी ने आदेश जारी किए हैं। डिनोटिफाई किए स्टाफ को ईएनसी दफ्तर शिमला में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
आदेश के मुताबिक दरंग विधानसभा क्षेत्र (Darang Assembly Constituency) में जल शक्ति सर्किल बल्ह, पच्छाद में राजगढ़ डिवीजन, नाचन में जल शक्ति सेक्शन ऑफिस हाथगड़, कसुम्प्टी में जल शक्ति सेक्शन ऑफिस बलगड़, रोहड़ू में सेक्शन ऑफिस डोडराक्वार, श्रीरेणुका जी में सेक्शन ऑफिस गट्टाधर, सुंदरनगर में सब डिवीजन कांगो, ऑफिस चुराड़ और सब डिवीजन निहारी, अर्की में सब डिवीजन कुनिहार, घुमारवी में सब डिवीजन कुठेरा, सुजानपुर सब डिवीजन को डिनोटिफाई किया गया।
इसी तरह नादौन विधानसभा क्षेत्र (Nadaun Assembly Constituency) में नादौन डिवीजन, करसोग में जल शक्ति सेक्शन ऑफिस केओ, चंबा में सब डिवीजन साहो, चिंतपूर्णी में सब डिवीजन अंब, भोरंज विधानसभा डिवीजन, सुलह में सेक्शन ऑफिस दुहक, ज्वालामुखी में सब डिजीवन मझीण, श्री नयना देवी जी में कोठीपुर डिवीजन, सराज में बालीचौकी डिवीजन व सर्किल ऑफिस सराज, धर्मशाला में सब डिवीजन तेंग, घुमारवीं में सेक्शन ऑफिस बघेर, झंडुता में सब डिवीजन तलाई और नगरोटा बगवां में सेक्शन ऑफिस कंडी को डिनोटिफाई किया गया।
इसके अलावा कसौली विधानसभा क्षेत्र के धर्मपुर डिवीजन, भोरंज में सब डिवीजन समीरपुर, सुलह में सर्किल ऑफिस भवारना, कांगड़ा जल शक्ति डिवीजन, मनाली में कटरेन सब डिवीजन, धर्मशाला में सेपरेट इरिगेशन विंग और हमीरपुर में सब डिवीजन ढिढवीं टिक्कर को डिनोटिफाई किया गया है।
बता दें कि नादौन और सिराज क्रमशः मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चुनावी हल्के हैं और इन दोनों हल्कों में खुले जल शक्ति विभाग के डिवीजन और सर्किल ऑफिस को भी डिनोटिफाई किया गया है। इन्हें बंद करने के पीछे राज्य सरकार तर्क है कि पूर्व सरकार ने बिना बजट प्रावधान किए ये दफ्तर खोले है। अब तक राज्य की नई कांग्रेस सरकार विभिन्न विभागों में खुले लगभग 600 दफ्तरों को बंद कर चुकी है।