नाहन, 26 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सिरमौर का 21 वर्षीय नौजवान तलवारबाजी (Fencing) में अंतरराष्ट्रीय फलक पर उड़ने को आतुर हैं। इसके लिए युवक ने सफर भी शुरू कर दिया है। हालांकि सात साल की उम्र से तलवारबाजी कर रहे विश्वजीत ठाकुर ने बेशुमार अवार्ड जीते हैं, लेकिन इस बार वो ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स (All India University Games) में कांस्य पदक (Bronze Medal) पर कब्ज़ा करने को लेकर चर्चा में हैं।
ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में विश्वजीत ने पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) का प्रतिनिधित्व किया था। यदि, सब कुछ सही रहा तो विश्वजीत अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी गेम्स में भी हिस्सा ले सकता है, सैद्धांतिक तौर पर चयन हो चुका है।
पच्छाद उप मंडल की जामन की सैर पंचायत के मलाणा निवासी विश्वजीत ठाकुर मौजूदा में पंजाब यूनिवर्सिटी के खालसा कॉलेज से इंग्लिश में एमए (MA in English) कर रहा है। 20 से 24 दिसंबर तक जम्मू यूनिवर्सिटी (Jammu University) कैंपस में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। तलवारबाजी में विश्वजीत ठाकुर ने कांस्य पदक जीता। कांस्य पदक जीतने के बाद विश्वजीत का चयन खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (Khelo India University Games) में भी हुआ है।
जम्मू में आयोजित प्रतियोगिताओ में देश के 120 विश्वविद्यालयों के 400 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। तलवारबाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (GNDU) के छात्र और रजत पदक पर शिवाजी यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र के खिलाडी ने कब्जा किया।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में विश्वजीत ठाकुर ने बताया कि अब उनका चयन 2023-24 के खेलो इंडिया गेम्स के लिए हो गया है। विश्वजीत ने बताया कि 2020 के खेलो इंडिया गेम्स में भी मेडल हासिल किए थे। अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करना ही लक्ष्य हैं। इसके लिए वो कई वर्षों से लगातार मेहनत कर रहे हैं।
फरवरी 2020 में विश्वजीत ने सिंगापुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय तलवारबाजी चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उड़ीसा में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में कांस्य पदक हासिल किया। बता दे कि विश्वजीत की प्राइमरी से कॉलेज तक की शिक्षा पंचकूला में हुई है।
हालांकि निशानेबाजी, रैसलिंग, हॉकी व फुटबॉल में सिरमौर ने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को जन्म दिया है, लेकिन तलवारबाजी के स्पोर्ट्स में विश्वजीत सिरमौर से पहले ऐसे युवा हैं, जो अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काबिलियत का लोहा मनवाने की जद्दोजहद में हैं। उन्होंने बताया कि मौजूदा में पिता राजेश ठाकुर परवाणु में फार्मासिस्ट में पद पर तैनात हैं, इससे पहले वो निजी क्षेत्र में सेवारत रहे।