नाहन, 25 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की सबसे बड़ी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाले छात्र तैयारी में जुटे हैं। T-6 में पहुंची टीमें लगातार एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से संपर्क कर जिज्ञासा को दूर कर रही हैं। गिरिपार के कमरऊ के रहने वाले राहुल व विवेक की जोड़ी ने सीनियर वर्ग के सेमीफइनल में टॉप किया था। उन्हें उम्मीद थी कि सेमीफाइनल में क्वालीफाई हो जाएंगे, लेकिन टॉपर बनेंगे ये नहीं सोचा था।
बता दें कि राहुल व विवेक चचेरे भाई हैं। विवेक राहुल के ताया जी का बेटा है। राहुल ने बताया कि विवेक ने उसे बताया था कि एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क द्वारा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। तुरंत ही उन्होंने मोबाइल फोन से ऑनलाइन आवेदन किया। राहुल ने बताया कि अपनी पढ़ाई के बीच में से समय निकाल एमबीएम न्यूज नेटवर्क की खबरों को भी लगातार पढ़ते रहे। साथ ही हिमाचल प्रदेश की सामान्य ज्ञान की किताबे पढ़ना भी शुरू की।
12वीं कक्षा में पढ़ने वाले विवेक ने बताया कि एक दूसरे को किताबें उपलब्ध करवाई थी। पाठ्य सामग्री को तैयारी के लिए विभाजित किया था। उन्हें उम्मीद है कि फाइनल राउंड में भी वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे। बता दे कि राहुल व विवेक की जोड़ी आर्ट्स संकाय में जमा दो के छात्र है, इस समय बीवी जीत कौर स्कूल पावंटा साहिब में पढ़ाई कर रहे है।
वहीं, दूसरे स्थान हासिल करने वाले लक्ष्य रमौल ने मासूमियत से बताया कि बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि वह फाइनल में पहुंचेगे। हालांकि लक्ष्य का कहना था कि सेमीफाइनल राउंड के लिए कठिन परिश्रम किया था। गिरिपार क्षेत्र के टिटियाना गांव के रहने वाले लक्ष्य ने बताया कि स्कूल से जो होमवर्क मिलता था, उसे स्कूल में ही पूरा कर देते थे। घर आकर क्विज की तैयारी में जुट जाते थे। लक्ष्य ने अकेले ही परीक्षा में भाग लिया था। बावजूद इसके 43 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
लक्ष्य ने एमबीएम न्यूज से बातचीत में बताया कि माता ने तैयारी में काफी सहयोग किया। मां ने ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ किताबें भी उपलब्ध करवाई। लक्ष्य ने बताया कि उन्हें एमबीएम क्विज की जानकारी भी उनकी माता ने ही दी थी। मां से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह काफी लंबे समय से एमबीएम न्यूज नेटवर्क के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ी हैं। जहां वह हर रोज एमबीएम न्यूज नेटवर्क की ख़बरें पढ़ा करती है। क्विज की जानकारी भी उन्हें यहीं मिली थी। मां ने बताया कि जैसे ही उन्हें को इसकी जानकारी मिली तो तुरंत ही ऑनलाइन अप्लाई करवा कर बच्चे को तैयार करने को कहा।
लक्ष्य ने भी मां की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए सेमीफाइनल राउंड में दूसरा स्थान हासिल कर फाइनल में जगह बना दी है। बातचीत में लक्ष्य ने बताया कि वह भविष्य में एक अच्छे डॉक्टर बनना चाहते हैं। नवी क्लास में पढ़ने वाले लक्ष्य ने बताया कि फाइनल की तैयारी में जुट गया हूं। उम्मीद है कि फाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन करूंगा।
उधर आयोजन समिति ने कहा 2 से 3 दिन के भीतर फाइनल राउंड का कार्यक्रम जारी कर दिया जायेगा।
दीगर है कि T6 में पहुंची टीमों ने छठा पुरस्कार पक्का कर लिया है। यानी छठे स्थान पर रहने वाली टीम को 10 हजार का नगद पुरस्कार मिलेगा।