नाहन, 14 नवंबर : हिमाचल के सिरमौर जनपद के पांच विधानसभा क्षेत्रों (assembly constituency) में शहरी मतदाता केवल मुख्यालय नाहन, गुरु की नगरी पांवटा साहिब व राजगढ़ में हैं। दो नगर परिषदों के अलावा एक नगर पंचायत है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि शहरी मतदाताओं (urban voters) ने बड़े अंतर से ग्रामीण मतदाताओं (rural voters) की तुलना में कम मतदान किया।
ये अलग बात है कि ग्रामीण मतदाताओं की वजह से सिरमौर समूचे प्रदेश में गौरवान्वित महसूस कर रहा है, क्योंकि प्रदेश भर में सबसे अधिक 79.91 प्रतिशत मतदान सिरमौर में ही हुआ। इसमें शहरी मतदाता भी योगदान देते तो आंकड़ा चुनाव आयोग के रिकाॅर्ड में एक शानदार नाम दर्ज कर सकता था।
सिरमौर में अगर औसत देखी जाए तो शहरी मतदाताओं ने केवल 67.16 प्रतिशत मतदान किया। पांवटा साहिब शहर में सबसे कम 59.5 प्रतिशत मतदान हुआ। नाहन व राजगढ़ में करीब-करीब बराबर ही 71 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ।
बड़ा सवाल ये उठता है कि शहरी मतदाता क्यों वोट नहीं डालते। इसका जवाब लाजमी तौर पर चुनाव आयोग (election Commission) को तलाश करना होगा। अलबत्ता ये जरूर है कि मतदान प्रतिशतता का आकंड़ा बेहद ही शर्मनाक है।
पांवटा शहर की बात की जाए तो कुल 8,564 मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसमें 4,461 पुरुष व 4,102 महिला मतदाता थे। इसके अलावा एक ट्रांसजेंडर (transgender) ने भी वोट डाली। नगर परिषद के दायरे में कुल 14,370 मतदाता थे। बता दें कि पांवटा साहिब न केवल एक औद्योगिक कस्बे के तौर पर भी पहचान रखता है, बल्कि आर्थिकी को लेकर भी प्रदेश में एक अलग पहचान है।
उधर, राजगढ़ नगर पंचायत की बात की जाए तो 2,325 मतदाताओं में से 1,651 ने मतदान किया। एक अन्य कैटेगरी के वोटर ने भी वोट डाली। यानि, औसतन 71 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उधर, नाहन शहर में कुल 18,859 मतदाताओं में से 13,314 ने वोट डाली। इसमें महिलाओं का आंकड़ा 9489 था, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 9370 रही।
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इसमें कोई दो राय नहीं है कि सिरमौर में अधिकांश आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या सही सरकार को चुनने की जिम्मेदारी केवल ग्रामीण मतदाताओं की ही रह गई है।
लाजमी तौर पर चुनाव आयोग को आने वाले समय में शहरी मतदाताओं पर फोकस करने की आवश्यकता पड़ेगी। जानकारों का ये भी कहना है कि अगर सिरमौर में शहरी मतदाता भी मत के प्रति गंभीरता दिखाते तो ओवरऑल प्रतिशत में 3 से 5 प्रतिशत भी बढ़ोतरी हो सकती थी।
ये है स्थिति….
सिरमौर के भीतर की स्थिति को भी एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने खंगाला। ताजा अपडेट के मुताबिक पांच विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक मतदान शिलाई विधानसभा क्षेत्र (Shillai Assembly Constituency) में 84.21 प्रतिशत हुआ। गौरतलब है कि शिलाई निर्वाचन क्षेत्र इस मामले में प्रदेश भर में दूसरे स्थान पर रहा है।
नाहन विधानसभा क्षेत्र (Nahan Assembly Constituency) में 81.45 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है। शहर सही योगदान देता तो नाहन विधानसभा क्षेत्र प्रदेश भर में टाॅप पर रह सकता था।
रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र (Renuka Ji Assembly Constituency) में 78.9 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। जबकि पच्छाद में 78.29 प्रतिशत मतदान रहा। पांवटा साहिब में सबसे कम 76.88 प्रतिशत मतदान रिकाॅर्ड हुआ। शहर ने तो हैरान कर देने वाला 59.5 का आंकड़ा दिया।