नाहन, 29 अगस्त: सिरमौर के स्वास्थ्य विभाग में धगेड़ा खंड की चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मोनिशा अग्रवाल की कार्यशैली की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की है। इस बारे खंड स्वास्थ्य अधिकारी को प्रधानमंत्री से प्रशंसा पत्र भी मिला है।
हालांकि, प्रधानमंत्री द्वारा निजी तौर पर इस पत्र को 17 जुलाई 2022 को डिस्पैच किया गया था, लेकिन बीएमओ को ये पत्र हाल ही में प्राप्त हुआ है। पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि कोविड वैक्सीन में देश की यात्रा 16 जनवरी 2021 को शुरू हुई थी। ये 17 जुलाई 2022 तक जारी रही।
प्रधानमंत्री ने लिखा कि 17 जुलाई का दिन ऐतिहासिक था, क्योंकि इस दिन 200 करोड़ वैक्सीन डोज का लक्ष्य प्राप्त किया गया था। प्रधानमंत्री ने लिखा कि आपके बहुमूल्य योगदान की वजह से सफलता मिली है। प्रधानमंत्री ने लिखा कि ठंडे पहाड़ों से गर्म मैदानों के रेगिस्तान तक 200 करोड़ की डोज का लक्ष्य प्राप्त किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक क्षण पर वो आपके सहयोग की प्रशंसा करते हैं।
पीएम ने लिखा कि आपकी फ्रंट वाॅरियर के तौर पर अहम भूमिका रही है। प्रधानमंत्री ने पत्र में खंड स्वास्थ्य अधिकारी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं। आपको बता दें कि खंड स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मोनिशा अग्रवाल को लंबे अरसे से आवारा कुत्तों के तीमारदार के रूप में भी पहचाना जाता है।
हालांकि हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में सैंकड़ों फ्रंट वॉरियर्स को प्रधानमंत्री से ये ऑटो जनरेटिड संदेश मिला है, लेकिन डॉ. मोनिशा अग्रवाल रियल मायनों में इसकी हक़दार है। शानदार कार्यशैली की वजह से वह अलग पहचान रखती हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि भविष्य में प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत तौर पर भी पुरस्कार हासिल हो जाए।
गौरतलब है कि कोविड वैक्सीनेशन के दौरान टीम के साथ सार्वजनिक स्थानों पर वैक्सीन लगाती नजर आती थी। प्रधानमंत्री के पत्र के बहाने डॉ. मोनिशा अग्रवाल के धरातल पर असाधारण कार्यशैली को उजागर होने का मौका मिला है।
हाल ही में एक लावारिस कुत्ते की अमानवीय पिटाई के बाद मौत पर वो सार्वजनिक स्थल पर ही रोती नजर आई थी।