शिमला,03 मई : हिमाचल प्रदेश में उच्च शिक्षा(Higher Education) विभाग ने ग्रीष्मकालीन स्कूलों(Summer School) में भीषण गर्मी (Scorching Heat) को लेकर विद्यालयों की टाइमिंग बदलने को लेकर उचित निर्देश जारी कर दिए हैं, लेकिन प्रारंभिक शिक्षा विभाग(Elementary Education) के निदेशालय द्वारा इस तरह के आदेश जारी न होने से असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
हालांकि मंगलवार को “ईद उल फितर” की छुट्टी के कारण कोई बवाल नहीं बचा, लेकिन बुधवार को बड़ा असमंजस(Confusion) पैदा हो सकता है। बीती देर रात तक प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के आदेशों (Orders) का भी इंतजार होता रहा, लेकिन इसको लेकर कोई निर्देश जारी नहीं हुए। सवाल इस बात पर भी उठता है कि उच्च शिक्षा विभाग के अधीन विद्यालयों नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों (Students) को स्कूल जाना होता है, जबकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तहत पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चे स्कूल आते हैं।
जानकारों का कहना है कि छोटे बच्चो की चिंता भी की जानी चाहिए थी। उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग में भी ऐसा प्रतीत हुआ कि माध्यमिक स्तर के स्कूलों (School Timings) की टाइमिंग बदलने को लेकर भी कदम उठाए जाएंगे, रात को स्थिति साफ हुई तो पता चला कि प्रारंभिक निदेशालय द्वारा टाइम को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं।
ऐसे में उपनिदेशकों(Deputy Directors) द्वारा पहली से आठवीं तक के स्कूलों की टाइमिंग को बदलने के निर्देश जारी नहीं किये गए है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि छोटे बच्चों पर गर्मी का अधिक असर पड़ता है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग को भी स्कूलों की टाइमिंग बदलने को लेकर जल्द ही कदम उठाने चाहिए। इस समूचे घटनाक्रम से ये भी साफ होता है कि हिमाचल में उच्च व प्रारंभिक शिक्षा निदेशालयों के बीच समन्वय की कमी है।