बिलासपुर, 03 मई : प्रदेश में भी युवा चिट्टे के नशे का शिकार हो रहे हैं। उड़ता पंजाब की तर्ज पर प्रदेश में चिट्टे ने अपने पांव पसार लिए हैं। युवक – युवतियां इसकी गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं।
ऐसे में ग्राम पंचायत ऑयल के प्रधान दिनेश कुमार के मुहिम के चलते वह कई बार पंचायत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह बीडीसी सदस्य के साथ प्रधान रह चुके हैं। उनकी संस्था युवाओं को नशे की गिरफ्त में छुड़ाने में अहम भूमिका अदा कर रही है।
उनका कहना है कि वर्ष 2003 से लगातार वह इस नशे के खिलाफ उनकी संस्था नगर सुधार समिति कार्यरत है। उनका कहना है कि जब से जिला बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने कार्यभार संभाला है, तब से नशे के कारोबार पर लगाम लगी है। इसके चलते कई माता-पिता अपने बच्चों को नशे की गिरफ्त से दूर करने में कामयाब हुए हैं। प्रधान ने खुलासा करते हुए बताया कि लड़कियां भी इस नशे के कारोबार में फंसती चली जा रही है।
उन्होंने इसके बारे में लोगों से जानकारी भी सांझ की है। प्रधान दिनेश कुमार ने बताया कि इस तरह के कार्य नशे के खिलाफ करने से कई बार उनकी जान भी जोखिम में पड़ जाती हैं। उनका कहना है कि जब तक युवाओं के माता-पिता अपने बच्चों के नशे के बारे में छुपाते रहेंगे तब तक वह अपने बच्चों को नशे से दूर नहीं कर पाएंगे। उन्होंने सभी से अपील की है कि मिलकर इस नशे को खत्म करने की मुहिम में भाग ले और नशेड़ियों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार न करके बीमारों की तरह व्यवहार किया जाए।