नाहन, 2 जनवरी : सिरमौर, शिमला, उत्तराखंड के आराध्य देव शिरगुल महाराज जी की तीर्थ स्थली चूड़धार में कोरोना काल से स्थगित कार्यों को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गति दी जाएगी। दो साल से स्थगित चूड़ेश्वर सेवा समिति का वार्षिक अधिवेशन शिमला जनपद के कुपवी में 17 अप्रैल 2022 को करने का निर्णय हुआ है।
रविवार को चूड़ेश्वर सेवा समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक नाहन में एसवीएन पब्लिक स्कूल सभागार में अध्यक्ष भागमल नेंटा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान अहम निर्णय लिया गया है कि चूड़धार में लंगर को प्रदेश सरकार की अनुमति व जीर्णोद्वार कार्यों के बाद ही आरम्भ किया जाएगा। लिहाजा श्रद्धालुओं को साफ कर दिया गया है कि चूड़धार धाम में प्रोटोकॉल व निर्माण के चलते समिति इस वर्ष भी लंगर का आयोजन नही कर रही है।
बैठक में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र चूड़धार में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर सराय का जीर्णोद्धार के कार्य को प्रगति पर लाने का फैसला भी हुआ। 11969 फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार धाम में पेयजल सुविधा के लिए जलशक्ति विभाग को तीन पेयजल टैंकों व लिफ्ट स्कीम को दुरुस्त करवाया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय समिति ने 250 करोड़ के चूड़धार रोपवे के लिए केंद्र सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए निर्माण की जल्द डीपीआर व बजट प्रावधान की भी उम्मीद जाहिर की है।
नव निर्मित भवन में 250 गद्दे तथा कंबलों की खरीद पर भी चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न इकाईयों की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सलाहकार परिषद के सदस्यों ने भाग लिया।