सोलन, 27 दिसंबर : शहर में एक मनोरोगी कड़कती ठंड में दर-ब-दर की ठोकरें खा रहा था। इसी बीच लांबा दंपत्ति अनजान मनोरोगी के लिए मसीहा बन गए। इस नेक कार्य में एएसआई कृष्ण भी सेतु बने। सोलन में महिला एवं बाल विकास की अध्यक्ष विजय लांबा व पति डाॅ. विवके लांबा ने एक मनोरोगी को सड़कों पर घूमता पाया। पहले तो उसे गर्म कपड़े मुहैया करवाए गए।
एएसआई कृष्ण की मदद से रैन बसेरे में रहने का इंतजाम किया गया। मेडिकल करवाने के बाद मनोरोगी को शिमला के मानसिक स्वास्थ्य व पुनर्वास केंद्र भेज दिया गया। बता दें कि एएसआई कृष्ण भी मानसिक रोगियों के रेस्क्यू व पुनर्वास में सक्रिय रहते हैं। लांबा दंपित्त के साथ-साथ पुलिस के एएसआई ने भी मानवता की मिसाल कायम की है।
विजय लांबा ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर आपको सड़कों पर मनोरोगी या बेसहारा लोग दिखें तो सर्दी में उनके रहने व पुनर्वास का प्रयास करें। गौरतलब है कि उमंग फाउंडेशन द्वारा भी सड़कों पर रह रहे बेघर लोगों को रेस्क्यू करने की मुहिम चलाई जाती है। उमंग फाउंडेशन ने भी लांबा दंपत्ति के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की है।