धर्मशाला, 10 दिसंबर : जय भवानी के उदघोष के साथ हिमाचल में सवर्ण आयोग की मांग को लेकर धर्मशाला में जनसैलाब उमड़ा है। 10 दिसंबर 2021 से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में आयोग की मांग कर रहे संगठनों ने विधानसभा के घेराव की चेतावनी दी थी। विधानसभा परिसर के बाहर दोपहर 12 बजे के बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। पुलिस ने बैरिकेटिंग से प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हुए थे।
इसी बीच आयोग की मांग कर रहे संगठनों का नेतृत्व कर रहे रूमित ठाकुर ने फायर बिग्रेड पर चढ़कर संबोधन शुरू कर दिया था। पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की की भी खबरें आ रही हैं। बता दें कि आयोग की मांग को लेकर राजधानी शिमला से पदयात्रा शुरू की गई थी। प्रथम चरण में प्रदर्शनकारियों ने हरिद्वार में आरक्षण के पिंडदान किए थे। इस यात्रा को लेकर नाहन व ऊना में तनाव भी पैदा हुआ था।
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बीती रात रूमित ठाकुर ने आरोप लगाया था कि बड़ी संख्या में लोग आज के प्रदर्शन को लेकर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से धर्मशाला पहुंचना चाहते हैं, लेकिन पुलिस द्वारा वाहनों को रोका जा रहा है। करीब 800 किलोमीटर की ये पदयात्रा आज धर्मशाला में खत्म हो रही है। आयोग के नेताओं का कहना था कि वो विधानसभा का घेराव कर नेताओं का शुद्धिकरण करना चाहते हैं। अंतिम समाचार के मुताबिक प्रदर्शनकारी व पुलिस आमने-सामने डटी हुई है।
प्रदर्शनकारियों को विधानसभा परिसर में घुसने से रोकने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है। बता दें कि सुरक्षा के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों को विधानसभा से करीब आधा किलोमीटर पीछे ही रोक लिया गया है। कुल मिलाकर ये मुद्दा सरकार के लिए गले की फांस बनता नजर आ रहा है। समय रहते सरकार ने इस मसले पर चुप्पी नहीं तोड़ी तो आगे की डगर कांटो भरी हो सकती है।