पांवटा साहिब, 11 नवंबर : इसमें कोई दो राय नहीं है, हिमाचल में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में पांवटा साहिब डेंटल काॅलेज एक अग्रणी नाम है। वैश्विक महामारी के कारण प्रबंधन ने छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 में पुराने फीस स्ट्रक्चर पर ही दाखिला देने का निर्णय लिया है। हालांकि सरकार ने 19 अक्तूबर 2021 को नए फीस स्ट्रक्चर को मंजूरी दे दी है, लेकिन संस्थान द्वारा टयूशन फीस न बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। नए फीस स्ट्रक्चर में चार साल की पढ़ाई के लिए हर साल 10 हजार रुपए का इजाफा हुआ है।
पहले, टयूशन फीस 1,02,599 प्रतिवर्ष का शुल्क थी, जो अब बढ़कर 1,12,859 हो गया है। खास बात यह है कि नए फीस स्ट्रक्चर के मुताबिक छात्रों को चार साल में कुल 5,84,436 रुपए अदा करने होंगे, जबकि संस्थान द्वारा ओल्ड स्ट्रक्चर के मुताबिक कुल 5,35396 रुपए की राशि ली जाएगी। यही नहीं, संस्थान इस समय उत्तर भारत में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम ले रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल में डेंटल एजुकेशन की शुरुआत दिवंगत डाॅ. वीके गुप्ता ने सुंदरनगर डेंटल कॉलेज से की थी।
इस समय कॉलेज में एमडी की शिक्षा भी प्रदान की जा रही है। यही नहीं, कॉलेज द्वारा मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृति भी उपलब्ध करवाई जाती है। इसमें छात्रों को डाॅ. विजय कुमार व डाॅ. गौरव गुप्ता छात्रवृत्ति मिलती है। मेधावी छात्र इस छात्रवृत्ति के आधार पर शिक्षा के खर्च को खुद भी उठा सकते हैं। इस शुल्क में छात्रों को डेंटल ट्रीटमेंट भी उपलब्ध करवाया जाता है। यही नहीं, संस्थान द्वारा सामाजिक दायित्व भी निभाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत बीपीएल परिवारों को पूरी तरह से निशुल्क डेंचर की सुविधा दी जाती है। आम लोगों के लिए ‘दंत उपचार-आपके द्वार’ को भी प्रभावी ढंग से संचालित किया जा रहा है।