संगड़ाह,10 अक्तूबर: सिरमौर जिला में पंचायत समिति संगड़ाह के अध्यक्ष मेला राम शर्मा ने चूड़धार क्षेत्र में काला बाग नामक उस स्थान का निरीक्षण किया जहां राज्य सरकार द्वारा हेलीपैड बनाया जाना प्रस्तावित है। इस निरीक्षण के दौरान मेला राम शर्मा के साथ चूड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष बी एम नांटा और समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप ममगाई भी उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि चूड़धार उत्तरी भारत का प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है परंतु यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों को 10 से 14 किलोमीटर तक दुर्गम रास्तों से पदयात्रा करके पहुंचना होता है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला और शिमला जिला की सीमा पर शिवालिक पहाड़ियों में सबसे ऊंची चोटी पर 12000 फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार उत्तरी भारत का एक प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल है जहां हर साल लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटक पहुंचते हैं।
उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि चूड़धार के काला बाग नामक स्थान पर एक हेलीपैड बनाया जाए ताकि चलने में अक्षम और बूढ़े बुजुर्ग भी हेलीकॉप्टर के माध्यम से चूड़धार की यात्रा आसानी से कर पाए। मेला राम शर्मा ने बताया कि चंबा जिला के मणिमहेश के लिए अधिकतर श्रद्धालु भरमौर से मणिमहेश के निकट गौरीकुंड तक हेलीकॉप्टर से जाते हैं और गौरीकुंड से मात्र 1 किलोमीटर की पदयात्रा करके आसानी से मणिमहेश पहुंचते हैं। उसी तर्ज पर चूड़धार के काला बाग में हेलीपैड बनने से चूड़धार के लिए श्रद्धालुओं को मात्र 1 किलोमीटर ही पदयात्रा करनी पड़ेगी।
काला बाग में प्रस्तावित हेलीपैड निर्माण स्थल पर पहुंचने के उपरांत चूड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष बीएम नांटा ने बताया कि राज्य सरकार ने काला बाग में हेलीपैड निर्माण के लिए 10 लाख रुपए का बजट भी उपलब्ध करा दिया है और यह धनराशि मंदिर अधिकारी एवं एसडीएम चौपाल के पास पहुंच चुकी है।
उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर काला बाग में हेलीपैड बनाया जाना है वहां निर्माण के लिए अनुमति का मामला वन विभाग के पास विचाराधीन लंबित है। उन्होंने बताया कि वन विभाग से शीघ्र हरी झंडी मिलने के उपरांत काला बाग में हेलीपैड निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा और सरकार से हेलीपैड निर्माण के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराने के लिए भी आग्रह किया जाएगा।