कांगड़ा / आशीष शर्मा : बैजनाथ एचआरटीसी डिपो में 5500 लीटर होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार कार्यशाला में बसों में डीजल डालने के लिए दो पंप लगे हैं, जिनके टैंक अलग-अलग हैं। इनमे से एक पंप करीब दो महीने से ख़राब है। पंप से डीजल न निकलने पर यह कह कर डीजल डाला गया कि टैंक में कम तेल होने के कारण पंप काम नहीं कर रहा है।
टैंक में चार हजार लीटर के करीब डीजल डाला गया पर फिर भी पंप ने काम नहीं किया। किसी अधिकारी और कर्मचारी ने इस तरफ ध्यान देना भी उचित नहीं समझा। ऑडिटर द्वारा जांच पड़ताल करने पर खराब पड़े टैंक को चैक करने के उद्देश्य से गेज डाली गई तो वह टैंक बिलकुल खाली पड़ा था। सभी सकते में आ गए कि इतनी ज्यादा मात्रा में डीजल कहां गया। जब यह बात अधिकारियों तक पहुंची तो जांच-पड़ताल शुरू की गई व तेल कंपनी से भी बात की गई।
अब पिछले दो दिन से उस टैंक को पानी से भरने का कार्य किया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि टैंक से तेल लीक तो नहीं हुआ है। इस बारे में नए क्षेत्रीय प्रबंधक नितेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टैंक में लीकेज के कारण यह सब हुआ है। कंपनी वालों को बुलाया है। इस टैंक को निकाल कर चेक करने के बाद ही सही स्थिति का पता चल सकेगा।