रोनहाट, 16 जुलाई : शिलाई विधानसभा क्षेत्र में रोनहाट से महामानव की महायात्रा शुक्रवार सुबह शुरू हुई। इस दौरान दिवंगत राजा वीरभद्र सिंह के अस्थि कलश पर लाधि महल क्षेत्र के लोगों द्वारा नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश भर में पराक्रम प्रवाह के नाम से दिवंगत राजा वीरभद्र सिंह की अस्थि कलश यात्रा निकाली जा रही है। शिलाई विधानसभा क्षेत्र में रोनहाट से महामानव की इस महायात्रा का आरंभ किया गया। इस दौरान लाधि महल क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने अस्थि कलश पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। रोनहाट के बाद शिलाई, टिम्बी, कफोटा और सतौन में लोगों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी और शनिवार सुबह पूरी रस्मों और रीति-रिवाजों के साथ विधिवत रूप से दिवंगत राजा साहब की अस्थियों को गिरी नदी में प्रवाहित किया जाएगा।
शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के रोनहाट रेस्ट हाउस प्रांगण में कांग्रेसी नेताओं द्वारा मौन सभा में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। उसके बाद अस्थि कलश पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पराक्रम प्रवाह को रोनहाट बाजार में लाया गया जहां व्यापार मंडल के सदस्यों सहित स्थानीय लोगों ने पुष्प अर्पित करके दिवंगत आत्मा की सद्गति के लिए दुआएं मांगी गई।
शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि देश और प्रदेश को हरा-भरा करने में राजा वीरभद्र सिंह का अभूतपूर्व योगदान रहा है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके जाने से कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ पूरा प्रदेश उनकी कमी महसूस कर रहा है। रोनहाट बाजार में जगह-जगह लगे दिवंगत राजा वीरभद्र सिंह के बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स देखकर हर किसी की आंखे नम हो गई। हर शख्स भरी आंखों से दिवंगत राजा साहब के अस्थि कलश पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था।
“राजा नहीं फकीर था, हिमाचल की तकदीर था” और “राजा साहब अमर रहे” के नारों से पूरा रोनहाट बाजार गूंज रहा था। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष और पीसीसी सचिव दलीप चौहान ने बताया कि जहां पानी के घराट होते थे, आज वहां कॉलेज और अस्पताल सहित कई सरकारी संस्थान खुले हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की देन है। उन्होंने बताया कि राजा साहब ने जैसे धरती पर राज किया है वो स्वर्ग लोग में भी उसी तरह राज करेंगे।
इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिलाई के अध्यक्ष सीता राम शर्मा, डीसीसी उपाध्यक्ष हरि राम शास्त्री और एमआर पराशर, ज़िला परिषद सदस्य विधा देवी, भरत भूषण मोहिल, जितेंद्र राणा, पं. दीप राम शर्मा, सुरेंद्र सरस्वती, दिनेश सिंगटा, राहुल विरसांटा, अरुण राणा, अजय चौहान, प्रताप धर्मेट, संदीप चौहान, नगीन शर्मा आदि लोग उपस्तिथ रहे।