शिमला, 15 जुलाई : भारत में आतंकी वारदातों व घटनाओं की जांच एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NAI) में चायल के रहने वाले एडवोकेट गौरव शर्मा (Advocate Gaurav Sharma) को स्पेशल पब्लिक प्राॅसिक्यूटर (Special Public Prosecutor) के तौर पर नियुक्ति हासिल हुई है। इसके तहत अब वो हिमाचल व चंडीगढ़ की विशेष अदालतों में आतंकी मामलों में एनआईए की पैरवी करेंगे।
हाल ही में देश के गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने अलग-अलग राज्यों के लिए विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने के मकसद से साक्षात्कार लिए थे। इसी के तहत एडवोकेट गौरव शर्मा का भी चयन हुआ है। वो एक यंग अचीवर (young achiever) बनने में सफल हुए हैं। धर्मशाला से लाॅ की पढ़ाई करने के बाद एडवोकेट गौरव शर्मा ने शिमला में प्रैक्टिस (Practice) शुरू की थी। हालांकि 2010 में विदेश में भी कैरियर का बेहतरीन विकल्प मिल गया था, लेकिन वो वापस अपने पैतृक प्रदेश ही लौट आए।
सोलन में बी काॅम की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो एलएलबी (LLB) की डिग्री हासिल करने धर्मशाला चले गए थे। गौरतलब है कि एडवोकेट गौरव शर्मा की पत्नी आस्था शर्मा भी अधिवक्ता के तौर पर शिमला में प्रैक्टिस कर रही है। गृह मंत्रालय ने नियुक्ति बारे 29 जून 2021 को भी भारत राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी थी। अधिसूचना की तिथि से ये नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। एडवोकेट गौरव शर्मा की इस उपलब्धि पर उनके पैतृक क्षेत्र चायल में खुशी की लहर है।
MBM News Network से बातचीत में एडवोकेट गौरव शर्मा ने उपलब्धि का श्रेय माता-पिता को दिया है। उनका कहना था कि इस बात की जानकारी मिली थी कि एनआईए (NIA) द्वारा विशेष लोक अभियोजकों की नियुक्ति अलग-अलग राज्यों के लिए होनी है। इसके बाद उन्होंने इंटरव्यू (Interview) में हिस्सा लिया था। गौरतलब है कि एनआईए की स्थापना भारत में मुंबई में 26/11 हमले के बाद की गई थी।
जांच एजेंसी में देश के बेहतरीन पुलिस अधिकारियों को प्रतिनियुक्त (Deputed) पर तैनाती मिलती है। हिमाचल से पुलिस अधिकारी भी देश हित में एनआईए में अपनी सेवाएं दे रहे हैें।