सुंदरनगर, 16 जून : हिमाचल प्रदेश के साथ मंडी जिला में बरसात का मौसम शुरू होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों पर डायरिया का खतरा मंडराना शुरू हो गया है। ऐसा ही एक मामला जिला के दुर्गम क्षेत्र निहरी के तहत ग्राम पंचायत रोहांडा के कई गांवों में सामने आया है, जहां दर्जनों बच्चों के बाद अब अन्य लोग भी डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। आलम यह है कि डायरिया से प्रभावित क्षेत्रों में मरीजों का आंकड़ा 50 तक पहुंच गया है।
स्वास्थ्य विभाग डायरिया की स्थिति नियंत्रण में होने का दावा कर रहा है, लेकिन रोहांडा पंचायत में बच्चों को उल्टी-दस्त लगने से दूसरे दिन भी अभिभावकों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं मामले की गंभीरता देखते हुए जल शक्ति विभाग मंडल सुंदरनगर के अधिशासी अभियंता ई. अनिल वर्मा ने मौके का निरीक्षण कर पेयजल स्त्रोतों के पानी के सैंपल भी भरे हैं। जिनकी रिपोर्ट कुछ ही दिनों में प्राप्त होने पर मामले में असली कारण का खुलासा होगा।
मामले पर जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता ई. अनिल वर्मा ने कहा कि क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करने वाले सभी स्रोतों का निरिक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि स्रोतों पर पानी खराब होने को लेकर अभी तक ऐसा कोई प्रत्यक्ष प्रमाण प्राप्त नहीं हुआ है। पेयजल स्त्रोतों को नियमानुसार साफ कर दिया गया था। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों का पता चल पाएगा।