ऊना, 12 जून : गगरेट के गुगलैहड़ गांव में निर्माणाधीन स्टोन क्रशर के विरोध में ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण स्टोन क्रशर के निर्माण के विरोध में हैं। इससे गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस की मौजूदगी में प्रशासन व गगरेट विधायक राजेश ठाकुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस स्टोन क्रशर का निर्माण न किए जाने की मांग की।
शनिवार को गुगलैहड़ गांव में स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई, जब पुलिस व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और स्टोन क्रशर से गांव की आबादी की दूरी मापी। सैकड़ों ग्रामीण एकजुट होकर इस निर्माणाधीन क्रशर को गांव में लगाने का विरोध कर रहें हैं। ग्रामीणों शशि पाल, कृष्ण कुमार, रजनीश कुमार, दीवान चंद, सरोज कुमारी ने बताया कि इस स्टोन क्रशर को लगाने के लिए गांव के लोगों को धोखे में रखकर एनओसी जारी की गई है।
उन्होंने बताया कि इस क्रशर के निर्माण से गांव गुगलैहड़ के वार्ड नंबर 5 लोगों का जीवन नर्क हो जाएगा। लोगों की कृषि योग्य भूमि बंजर हो जाएगी, तो वही सबसे बढ़ी समस्या जल स्तर को लेकर पैदा होगी। जहां इस क्रशर का निर्माण किया जा रहा है, उससे कुछ ही दूरी पर आबादी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि तुरंत इस क्रशर की मंजूरी को रद्द किया जाए नहीं तो ग्रामीण अपने परिजनों के साथ इसी स्थान पर धरने पर बैठेंगे। ग्रामीणों में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल है।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन व कुछ नेताओं के सहयोग से ही इस क्रशर का निर्माण तय नियमों के विपरीत किया जा रहा है। गांव के प्रधान उपनिष सिंह ने बताया कि पूर्व पंचायत ने इस स्टोन क्रशर को एनओसी जारी की थी। ग्रामीण नहीं चाहते कि उनके गांव में इस स्टोन क्रशर का निर्माण किया जाए। प्रशासन के सहयोग से समस्या का उचित समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है। पंचायत ग्रमीणों के साथ है। वहीं जिला परिषद सदस्य रजनी देवी ने बताया कि प्रशासन के अधिकारी दवाब में काम कर रहें है। ग्रामीणों की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा।
क्या कहते है एसडीएम…
एसडीएम गगरेट विनय मोदी ने बताया कि ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर उनसे मिले है। उन्होंने नायब तहसीलदार को मामले की जांच कर रिपोर्ट करने को कहा है। ग्रामीणों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा।