शिमला, 01 मई : कोरोना के बढ़ते पॉजिटिव केसों के बावजूद पहाड़ी राज्य हिमाचल में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है। देश के अन्य राज्यों में ऑक्सीजन को लेकर मचे हाहाकार के बीच हिमाचल प्रदेश में हालात सामान्य हैं। हिमाचल में खपत से अधिक ऑक्सीजन की उपलब्धता है। 21 मिट्रिक टन की खपत के बावजूद 65 मिट्रिक टन ऑक्सीजन राज्य भर में उपलब्ध है।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया।
मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में कोविड मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता भी बढ़ गई हैं।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 21 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत है तथा पूरे प्रदेश में 65 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है।
उन्होंने बताया कि बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के मद्देनजर ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ेगी। इसी दृष्टि से ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा आवंटित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में ऑक्सीजन प्लांट का कार्य क्रियान्वित किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट कोरोना महामारी के बाद भी इस अस्पताल में ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करेगा।ऑक्सीजन प्लांट को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में स्थापित करने के लिए भारत सरकार तथा मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में हिमाचल प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि शिमला के अस्पतालों में मरीजों की संख्यां कम करने के लिए रोहड़ू व रामपुर में आक्सीजन का माकूल प्रबंध जा रहा है यदि यह प्लांट उपरी क्षेत्रों में स्थापित होते है तो उनके क्षेत्रों में ही कोविड मरीजों के साथ साथ अन्य बिमारियों से ग्रस्त मरीजों को भी आक्सीजन की सुविधा मिलेगी ।