संगडाह, 26 जनवरी : करीब एक लाख की आबादी वाले कास खंड संगड़ाह में 10 माह माह बाद भी रविवार को एचआरटीसी की बसें नहीं चल रही है। जनता कर्फ्यू अथवा लॉकडाउन के दौरान यहां एचआरटीसी की बसें बंद हुई थी और अनलॉक के दौर में सप्ताह के 6 दिन बस चलना शुरू हुई थी। गत रविवार को मतदान के दौरान सरकारी बसें बंद होने से आम लोगों के अलावा मतदाताओं को भी परेशानी झेलनी पड़ी। बसें बंद होने से दिव्यांग लोगों को रविवार को किराया खर्च कर भीड़ भाड़ वाली निजी बसों में सफर करना पड़ रहा है।
संगडाह से 40 किलोमीटर पहले ही पीडियाधार में खड़ी हो जाती बस फोटो (File) क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से बसें एसेंशियल सर्विस अथवा आवश्यक सेवाओं में शामिल होने के चलते इस मामले में प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि, एचआरटीसी मनमानी अथवा लापरवाही के चलते क्षेत्रवासियों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। पिछले 10 माह से संगड़ाह से चंडीगढ़ के लिए चलने वाली एकमात्र इंटर स्टेट एचआरटीसी बस भी बंद है। इस अवधि में संगड़ाह सोलन डिपो की संगड़ाह-राजगढ़ बस भी नहीं चली। यह सिर्फ पिडियाधार तक पहुंच रही हैं।
44 पंचायतों वाले विकास खंड संगड़ाह में एचआरटीसी की मात्र 2 दर्जन बसें होने तथा निजी बसों की संख्या भी इतनी ही होने के चलते यहां कोरोना काल में भी बसों में काफी भीड़ रही और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों की अवहेलना के कईं वीडियो वायरल हुए।
परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक नाहन संजीव बिष्ट के मोबाइल पर संपर्क किए जाने के बावजूद इस बारे उनसे बात नहीं हो सकी। अड्डा प्रभारी नाहन सुखराम ने बताया कि, नागरिक उपमंडल संगड़ाह तथा जिला के कुछ अन्य क्षेत्रों में संभवतः अगले सप्ताह से रविवार को पड़ेगी। उन्होंने कहा कि, संगड़ाह-चंडीगढ़ बस सहित कुछ अन्य इंटर स्टेट बसों को भी जल्द शुरू किए जाने की उम्मीद है।