नाहन – हिमाचल प्रदेश महिला जनवादी समिति ने प्रदेश में अंर्तराश्ट्रीय महिला दिवस को महिला विरोधी दिवस के रूप में मनाया। समिति का मानना है कि देश व प्रदेश में महिलाओं के साथ आए दिन हिंसक वारदातें बढ रही है मगर सरकार व कानून खामोश बने बैठे है। इस विरोध में महिलाओं ने सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में एक रैली निकालकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने महिला उत्पीडन के बढ रहे मामलों पर रोक लगाने की मांग की। समिति का कहना है कि महिलाओं के साथ बढ रही हिंसक वारदातों में बदलाव के लिए देश के सिस्टम में बदलाव होना बेहद जरूरी है। इनका कहना है कि महिलाओं ने देश उत्थान में हमेशा ही अहम योगदान दिया है। मगर आज का तंत्र इसे भूल चुका है। समिति का यह भी आरोप है कि महिलाओं से जुडे मामलों में सजाओं की अवधि घट रही है और जिन मामलों का निपटारा 45 से 60 दिनों में होना चाहिए। उसमें महीनों का समय लग रहा है। समिति का कहना है कि दिल्ली गैंगरेप के दौरान सरकार ने महिलाओं के प्रति कडे कानून अपनाने के नजरिए से बडे-बडे दावे किए थे मगर सरकार के ये दावे खोखले साबित हो रहे है। उधर सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं को सरकार द्वारा उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया।
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