शिमला, 09 जनवरी : हिमाचल प्रदेश विवि में छात्र राजनीति फिर गरमा गई है। एनएसयूआई ने विवि प्रशासन पर विवि का भगवाकरण करने के गंभीर आरोप लगाया है। एनएसयूआई का कहना है कि विवि ने एबीवीपी के लैटर पैड पर निकाल दी बीएड काउंसलिंग की नोटिफिकेशन जारी कर दी। बाद में जब ये सोशल मीडिया में वायरल हुई, तो इस नोटीफिकेशन को हटा दिया गया है।
एनएसयूआई की एचपीयू इकाई अध्यक्ष प्रवीण मिन्हास ने शनिवार को शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा अपनी ऑफिशियल साइट पर बीएड काउंसलिंग शेड्यूल अपलोड किया गया था। जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतीक चिन्ह/लोगो लगाकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अपलोड किया गया और जब यह मामला सोशल मीडिया में उठा, तो विश्वविद्यालय ने 8 जनवरी की रात 11:00 बजे के आसपास एबीवीपी के प्रतीक चिन्ह/लोगो वाली नोटिफिकेशन डिलीट करके उसकी जगह बिना प्रतीक चिन्ह /लोगो वाली बीएड काउंसलिंग शेड्यूल नोटिफिकेशन उसमें अपलोड की गई। इस घटना से ये साबित हो गया है कि एचपीयू द्वारा एक विचारधारा को प्रमोट करने की कोशिश की जा रही है।
हिमाचल विश्वविद्यालय जो प्रदेश का उच्तर शिक्षण संस्थान हैं वहां पर इस तरह की घटना होना बेहद शर्मनाक है और विश्वविद्यालय द्वारा जिस तरह से आरएसएस की विचारधारा को प्रमोट किया जा रहा हैं ये देश के उच्तर शिक्षण संस्थानों के भगवाकरण के सबसे बड़े उदाहरणों में से एक है।
उन्होंने इस मुद्दे की तकनीकी जांच करवाने और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।