सुंदरनगर, 10 नवंबर : जलाशय में डूबे कोयला कारोबारी के शव की तलाश प्रशासन द्वारा बीबीएमबी नंगल से गोताखोर बुलाए गए। मंगलवार को गोताखोरों ने शव को ढूंढने के लिए झील में गोते लगाए। लेकिन सफलता नहीं मिली। प्रशासन के आग्रह पर नंगल के यह गोताखोर केवल एक दिन के लिए ही सुंदरनगर आए थे। दिन भर शव की तलाश करने के बाद गोताखोर वापिस लौट गए। जानकारों के मुताबिक सर्दियों में झील में डूबने वाले व्यक्ति का शव के बाहर निकलने में कई दिन लग जाते है। ऐसे में शव के इतनी जल्दी झील से बाहर आने से अभी तक संभावना नहीं दिख रही है। वहीं झील में डूबे लालचंद शर्मा द्वारा सुसाइड नोट के आधार पर की शिकायत के बाद पुलिस की छानबीन भी आगे नहीं बढ़ पाई है।
पुलिस का तर्क है कि जब शव बाहर नहीं आता है तब तक पूछताछ नहीं हो सकती है। शव नहीं मिलने तक डूबे व्यक्ति को मृत घोषित(Dead) नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने इस मामले में सुंदरनगर डैंटल कालेज के प्राचार्य डा. अनिल सिंगला सहित पूर्ण चंद, देशराज, नारायण और पीके गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया है। लाल चंद शर्मा की बेटी जया शर्मा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि लकड़ी और कोयले के कारोबारी सुंदरनगर के पुराना बाजार में रहने वाले लाल चंद शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लाखों की देनदारी के कारण आत्महत्या (Suicide note) जैसा कदम उठाने की बात की थी। उन्होंने सुसाइड नोट में पांच लोगों पर आरोप लगाए हैं।
एसडीएम राहुल चौहान ने बताया कि शव की तलाश के लिए बीबीएमबी नंगल से गोताखोर(Divers) बुलाए गए थे। लेकिन कामयाबी नहीं मिली है। अब शव के स्वयं झील पर आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।