भुंतर, 22 सितंबर : गरीबी देश के लिये बहुत बड़ी समस्या है। इसे ख़त्म करने के लिये युद्धस्तर पर प्रयास किया जाना चाहिए। सरकारें भी समय-समय पर देश के विकास के लिए उचित कदम उठाती हैं। गरीबी उन्मूलन अर्थव्यवस्था और समाज की एक सतत् और समावेशी वृद्धि सुनिश्चित करेगा। हम सभी को देश से गरीबी दूर करने हेतु किए जा रहे प्रयासों में हरसंभव मदद के लिए तैयार रहना चाहिए। कोरोना के संकट काल ने पूरे विश्व के प्राणियों को व्यवस्था बदलने के लिए मजबूर कर दिया। वहीं प्रदेश सरकार भी अब हिमाचल प्रदेश स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन (HPSRLM) के तहत गांव गरीबी उन्मूलन परियोजना द्वारा ग्रामीण महिलाओं को उनके हकों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सीआरपी (CRP) महिलाओं द्वारा योजनाओं का लाभ देने के लिए डाटा तैयार किया जा रहा है। ताकि समूचे हिमाचल की पात्र महिला व उसके परिवार को इस योजना का लाभ मिल सके। गांव गरीबी उन्मूलन परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जॉब कार्ड (Job Card) बनाने के लिए प्रेरित करना। जॉब कार्ड बनने पर कोई भी पंचायत से मनरेगा के तहत आने वाले कोई भी व्यक्तिगत या सामुदायिक कार्य की मांग कर सकते हैं। राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम तहत वृद्धा अवस्था पेंशन, अपंगता व विधवा पेंशन की जानकारी एकत्रित करना। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बारे जानकारी इकट्ठी करना।
स्वास्थ्य कार्ड (Health Card) की जानकारी व उज्जवला योजना के तहत गरेलू गैस की सुविधा बारे जागरूक कर उसका लाभ दिलाना। राशनकार्ड बनाने का हकदार देश का हर नागरिक है, जो यहां का स्थाई निवासी व 18 वर्ष का होना अनिवार्य है। प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना की जानकारी देना। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, सुरक्षा योजना के तहत सालाना 12 रुपए में 18 से 70 के बीच वाला कोई भी व्यक्ति इसे करवा सकता है। प्रधामंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष वाला व्यक्ति करवा सकता है जिसका प्रीमियम सालाना 330 रहेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी देकर पात्र लोगों को इसका लाभ देना। वहीं राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को रोजगार की योजनाओं के बारे बता कर उनके लिए रोजगार के द्वार खोलना। काफी योजनाओं का लाभ उठाकर आज स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
कुल्लू ब्लॉक की सीआरपी गांव गरीबी उन्मूलन परियोजना की जानकारी ग्राम संगठन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दी जा रही है। वहीं उनका डाटा बाकायदा रजिस्टर पर दर्ज किया जा रहा है। इसमें कुल्लू ब्लॉक की सीआरपी सीता ठाकुर बदाह, कृष्णा देवी जिया, सुनील भला ठाकुर बल्ह, शकुंतला देवी बराधा, दुर्गा हाथिठान, शकुंतला जिया, भोली, बेगम रैला, ओमा समूह की महिलाओं को जानकारी देने, जागरूक डाटा तैयार करने में खूब मेहनत कर रही है। ताकि जरूरतमंद महिलाओं व उनके परिवार को योजना का लाभ मिल सके ।
उधर कुल्लू ब्लॉक की लेडीज सोशल एजुकेशन ऑफिसर अरुणा महंत ने बताया कि कुल्लू ब्लॉक से जुड़ी सीआरपी की महिलाएं गांव ग्रामीण उन्मूलन परियोजना बारे संगठन से जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिलाओं व उनके परिवार का डाटा एकत्रित कर रही है। ताकि ग्राम सभा में प्लान अप्रूव कर पात्र को योजनाओंं लाभ दिया जा सके।
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