शिमला 26 जुलाई : राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों का दायरा बढ़ रहा है। शनिवार की रात शिमला में कोरोना के 5 नए मरीज सामने आए हैं। इसी के साथ अब जिले में कुल केस 130 और एक्टिव मरीज 72 पहुंच गए हैं। सचिवालय में मुख्यमंत्री के उपसचिव के पाॅजिटिव पाए जाने के बाद उपसचिव कार्यालय की एक महिला कर्मचारी की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आई है। यह महिला शिमला में सरकारी आवास में रह रही है।
दूसरा मामला संजौली और तीसरा कैनेडी चैक से आया है। वहीं दो मामले रोहड़ू के मैंहदली से आए हैं। ये सभी होम क्वारंटाइन थे और पहले से कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए हैं। पिछले कल उपनगर कसुंपटी में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक कर्मचारी पाॅजिटिव पाया गया था। कुल मिलाकर राजधानी में कोरोना की बढ़ रही रफतार ने सरकार के साथ-साथ नौकरशाहों, कर्मियों आम जनता व कारोबारियों को भी डरा दिया है। प्रदेश के कोने-कोने से लोगों का नौकरी व निजी कार्यों के लिए शिमला आना-जान लगा हुआ है। यही वजह है कि अब तक सुरक्षित लगने वाली हिल्स क्वीन में कोरोना का कहर बढ़ रहा है।
पिछले दिनों सचिवालय में अधिकारी के कोरोना पाॅजिटिव निकलने के बाद सरकार में खलबली मची हुई है। मुख्यमंत्री से लेकर कई अधिकारी व कर्मी होम क्वारंटाइन हैं। मंडी के कोरोना संक्रमित भाजपा नेता ने सचिवालय, हाईकोर्ट और आईजीएमसी में अपने करीबियों से मुलाकात की थी। इन तीनों संस्थानों के अनेक अधिकारी व कर्मचारी हो क्वारेंटाइन पर भेज दिए गए हैं। भराड़ी में पुलिस जवान के पाजिटिव आने के बाद भराड़ी स्थित सीआईडी थाने को सील किया जा चुका है। न्यू टूटू में भी एक व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाया गया है। हाल ही में बालूगंज में एक साथ चार मामले सामने आए थे, पांच दिन तक बालूगंज बाजार भी सील रहा था। अप्पर शिमला में सेब सीजन को पहुंच रहे मजदूरों में कोरोना का खतरा बना हुआ है। रोहड़ू के मैंहदली में 17 मजदूर व एक बागवान वायरस की चपेट में आए हैं। इसी तरह ठियोग में एक आढ़ती की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव पाई गई है।