सोलन: दूसरों को नसीहत और खुद की फ़ज़ीहत की कहावत हिमाचल में बखूबी लागू हो रही है। जहां एक तरफ सरकारी व निजी बसों मे शत-प्रतिशत सीटिंग कैपेसिटी के साथ बसें चलाई जा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ ऑटो व् दुपहिया वाहन चालकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। सोलन में निजी गाड़ियों के लिए दो गज की दूरी के नियम का हवाला देकर सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
आरोप है कि सरकारी व निजी बस संचालक बसों में खडी भी सवारियां ले जा रहे हैं। लेकिन दूसरी और ऑटो चालकों को सोलन मे दो सवारियां ही बिठाने की अनुमति है। ऑटो चालकों ने कहा कि जब बसों मे शत-प्रतिशत सवारियां बैठ सकती हैं तो ऑटो में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार को उचित फैसला लेना चाहिए, दोहरे मापदंड नहीं अपनाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा की ऑटो चालकों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है।
वहीं जब सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल से सवाल किया गया कि तो मंत्री साहब मुस्कुरा कर बोले, विचार सराहनीय है, इस पर विचार किया जाएगा। निश्चित तौर पर हिमाचल प्रदेश में हर रोज कोरोना के मामले बढते ही जा रहे हैं।
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