शिमला : हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के अधीन तमाम हाइड्रो पावर प्रोजेक्टों में बिजली उत्पादन में भारी इजाफा हुआ है। कोरोना संकट में राज्य बिजली बोर्ड के लिए यह सुखद बात है। बिजली बोर्ड लिमिटेड के अतंर्गत आने वाली जल विद्युत परियोजनाओं ने वर्ष 2019-20 के दौरान लक्ष्य से अधिक बिजली उत्पादन कर 109.4187 करोड़ रूपये अतिरिक्त राजस्व कमाया है। यह अतिरिक्त राजस्व राशि 3 रूपये 60 पैसे राष्ट्रीय औसत बिजली खरीद लागत के आधार पर आंकी गयी है।
बिजली बोर्ड के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि 126 मैगावाॅट लारजी जल विद्युत परियोजना, 120 मैगावाॅट संजय जल विद्युत परियोजना, 66 मैगावाॅट बस्सी पावर हाउस परियोजना और 60 मैगावाॅट गिरि पावर हाउस परियोजना हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड की प्रमुख परियोजनाएं हैं। अन्य विद्युत गृह जिसमें 22.5 मैगावाॅट घानवी-चरण प्रथम, 16.95 मैगावाट आन्ध्रा. 10 मैगावाट घानवी- चरण 2, 6 मैगावाॅट बिनवा, 10.50 मैगावाॅट गज इत्यादि शामिल हैं ने वर्ष 2019-20 में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक विद्युत उत्पादन किया है।
उन्होंने कहा कि इन विद्युत गृहों ने 403.26 मैगावाॅट के लक्ष्य के मुकाबले 454.999 मैगावाॅट ऊर्जा उत्पन्न की है, जो लक्षित विद्युत उत्पादन की तुलना में 18.36 प्रतिशत अधिक है। प्रवक्ता ने कहा कि अतिरिक्त उत्पादन के कारण वर्ष 2019-20 में लारजी, भाबा और बस्सी जल विद्युत परियोजनाओं से सकल राजस्व क्रमशः 36.37 करोड़ रूपये, 30.72 करोड़ रूपये और 11.3 करोड़ रूपये प्राप्त हुआ है, वहीं दूसरी ओर गिरि और अन्य विद्युत गृहों से क्रमशः 12.56 करोड़ रूपये और 18.62 करोड रूपये, अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है।
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