मंडी: राज्य में कोरोना संक्रमण से सातवीं मौत की खबर है। मूलतः कांगड़ा के रहने वाले 57 वर्षीय व्यक्ति ने नेरचौक मेडिकल काॅलेज में दोपहर 2ः47 बजे दम तोड़ दिया। दरअसल, किडनी से पीड़ित व्यक्ति को डायलिसिज की सुविधा के मद्देनज़र धर्मशाला से नेरचौक मेडिकल काॅलेज रैफर किया गया था। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक मंगलवार को व्यक्ति का सफलतापूर्वक डायलिसिज कर दिया गया था, लेकिन आज दोपहर उसकी स्थिति बिगड़ गई।
बता दें कि राज्य में तीन व्यक्तियों को कोरोना से मौत के आंकड़ों में नहीं जोड़ा गया है। इसमें एक मामला चंबा व दो शिमला से जुड़े हैं। चंबा में एक नाबालिग की मौत की वजह रैबीज सामने आई थी, जबकि शिमला में एक मामला दुर्घटना से जुड़ा हुआ था। राज्य में अभी तक तमाम ऐसे संक्रमितों की मौत हुई है, जो पहले से ही किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे थे। ताजा आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमण के 807 मामले आ चुके हैं। इसमें से 319 एक्टिव केस हैं।
उधर नेरचौक मेडिकल काॅलेज के एमएस डाॅ. जीवानंद चौहान ने पुष्टि करते हुए कहा कि किडनी रोग से पीड़ित व्यक्ति की मौत हुई है, जो पहले से ही कोरोना पाॅजिटिव पाया गया था। उन्होंने कहा कि इस बाबत विस्तृत जानकारी कांगड़ा प्रशासन को दे दी गई है।
उधर कांगड़ा के डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि 57 वर्षीय व्यक्ति पालमपुर के भवारना का रहने वाला था, जो 20 जून को दिल्ली से लौटा था। उपायुक्त के मुताबिक उसे संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था। 22 जून को लक्षण मिलने के बाद उसे धर्मशाला शिफ्ट कर दिया गया था। 23 जून को पाॅजिटिव होने की खबर मिली थी। उपचार के दौरान उसमें गंभीर बीमारियां पाई गई। लिहाजा, डायलिसिज के मकसद से 23 जून को ही उसे नेरचौक मेडिकल काॅलेज रैफर कर दिया गया था।