नाहन : कोरोना काल में जहां लोग मर रहे हैं और दुनिया इससे जंग लड़ रही है, वहीं देवभूमि में इस संकट की घड़ी में स्वास्थ्य विभाग में भी घोटाला सामने आना कई सवाल खड़े करता है। यह टिप्पणी रविवार को यहां पत्रकारवार्ता में विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान ने की। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग में घटिया किस्म के सामान को ऊंचे दामों पर सप्लाई किया गया। जब उक्त घटिया सामान को लेने से प्रिंसीपल ने इंकार किया तो उसका तबादला कर दिया गया।
उन्होंने मांग की कि स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री के पास हैए ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफ़ा दें। चौहान ने कहा कि डाण् राजीव बिंदल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया है। इससे भी साफ होता है कि प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका संबध इस घोटाले में था। उन्होंने मांग की कि बिंदल को विधायक पद से भी इस्तीफ़ा देना चाहिए। उन्होंने मांग की कि उक्त मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से करवाई जाए। चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा कर्फ्यू को बढ़ाया गया है। इसके पीछे यह भी कारण हो सकता है कि एमरजैंसी में खरीदी गई चीजों का ऑडिट नहीं होता। ऐसे में लगता है कि ऑडिट से बचने के लिए कर्फ्यू को बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान कई और घोटाले भी सामने आएंगेए यह तो अभी शुरूआत है। उन्होंने कहा कि गाडिय़ों को बिना टैंडर आदि से लगाया जाना शामिल है। उन्होंने कहा कि निदेशक को घूस देने के मामले में गिरफ्तार किया गया सिरमौर जिला से संबध रखने वाला पृथ्वीं सिंह भाजपा का कार्यकर्ता है और उसकी किस नेता से सबसे ज्यादा करीबियां है, यह किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किया गया आरोपी सोलन की किस कंपनी से संबधित हैए यह भी किसी से छुपा नहीं है। इस मामले में सरकार को पारदर्शिता से जांच करें।
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार को गरीब, मजदूर व किसान, रेहड़ी फडी व छोटी दुकानों वाले लोगों का दर्द समझना चाहिए और प्रतिमाह सरकार द्वारा ऐसे लोगों को 10 हजार रूपए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह आदि उपस्थित रहे।