नाहन : डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में 30 मई को महिला ने सिजेरियन ऑपरेशन से शिशु को जन्म दिया था। 25 साल की युवती बर्मापापड़ी के डाकरा गांव से पहुंची थी। बड़ी चुनौती इस कारण सामने आई है, क्योंकि वो ऑपरेशन के बाद पांच दिन तक अस्पताल में ही दाखिल रही। बड़ी चूक यह है कि महिला 29 मई से 4 जून तक अस्पताल में ही दाखिल रही। इस दौरान प्राइमरी तौर पर भी दर्जनों लोगों के संपर्क में आई होगी।
बताया जा रहा है कि एक जून को भी गायनी वार्ड से सैंपलिंग के लिए निवेदन किया गया था। दोपहर तक यह आंकड़ा भी साफ़ नहीं हुआ कि कितना मेडिकल स्टाफ घर पर ही आइसोलेट किया जायेगा। क्योंकि समूचे स्टाफ को आइसोलेट करने की सूरत में गायनी वार्ड व ऑपरेशन थिएटर में तालाबंदी की नौबत आ सकती है। हालांकि अंतिम आंकड़ा तैयार नहीं हुआ है, लेकिन बताया जा रहा है कि सिजेरियन करने वाले चिकित्सकों के अलावा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ व सफाई कर्मचारी इत्यादि को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।
ट्रैवल हिस्ट्री को लेकर भी जवाब तलाशा जा रहा था। पता चला कि मेडिकल कॉलेज आने से पहले महिला हरियाणा के नारायणगढ़ अस्पताल गई थी। संभवत वहीं से कोरोना संक्रमित हुई। मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज होने के बाद वह सीधे हरियाणा के रसूलपुर के समीप अपने मायके चली गई। यही वजह थी कि आज सुबह इस बात की अफवाह फैल गई कि हरियाणा की रहने वाली महिला लोकेट नहीं हो रही। अब सवाल यह उठता है कि सिजेरियन करवाने के लिए महिला ने अपनी ट्रैवल हिस्ट्री को छुपाया था या नहीं।
बताया यह भी जा रहा है कि अपने मायके लौटने के बाद भी महिला कई लोगों के संपर्क में आई थी। लिहाजा नारायणगढ़ प्रशासन को भी अलर्ट जारी किया गया है। बताया यह भी जा रहा है कि महिला के परिवार के सदस्यों की संख्या ही 24 के आसपास है जिनके सैंपल आज ही भेजे जाने का प्रयास हो रहा है। उधर हरियाणा में वही का विभाग मायके के परिवार सैंपल लेगा। चूंकि चंद रोज पहले ही महिला का सिजेरियन ऑपरेशन हुआ है लिहाजा विभाग ट्रेवल हिस्ट्री का पता लगाने में संयम बरत रहा है।
उधर नाहन के कच्चा टैंक की रहने वाली 38 वर्षीय महिला को लेकर भी कई तरह की चर्चा है, जो 29 मई को निजी टैक्सी में दो अन्य लोगों के साथ लौटी थी। इस मामले में बीती आधी रात तक पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी रहेगी कि क्या कालाअंब के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखी गई महिला को उसका पति मिलने आता था या नहीं। इतना जरूर है कि बीती रात जब रिपोर्ट आई तो वह वहीं मौजूद था। बता दें कि बीती रात करीब 8:00 बजे नाहन विकासखंड में एक साथ ही कोरोना के 7 मामले सामने आए हैं। इसमें 6 महिलाएं हैं, जबकि 40 वर्षीय व्यक्ति कौलावालाभूड़ का रहने वाला है। तमाम लोग निजी वाहनों से ही कालाअंब पहुंचे थे।
उधर पूरा दिन विभाग के अधिकारियो ने फोन रिसीव नहीं किया। इसी बीच बीएमओ डॉ मनीषा अग्रवाल ने केवल इतना माना कि महिला द्वारा नारायणगढ़ अस्पताल में भी जांच करवाई गई थी।