नाहन : कोरोना संकट में समूचे देश को हाथ सेनिटाइज़ करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। साथ ही कई अन्य हिदायतें भी जारी हो रही हैं। मगर आप यह जानकर चौक जाएंगे कि डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति भी दाखिल हो जाए तो संक्रमित होकर लौटने की आशंका हो सकती है। दरअसल आइसोलेशन वार्ड में वीरवार रात करीब 1:30 बजे अपनी पत्नी के साथ लाए गए कोलर के एक शख्स ने इस वार्ड की पोल खोल कर रख दी है।
करीब 6 मिनट के वीडियो में इस आइसोलेशन वार्ड के चप्पे-चप्पे को शूट किया गया है। हालांकि आइसोलेशन वार्ड में अब तक संदिग्धों को दाखिल करने की संख्या काफी कम है, लेकिन सवाल उठने लाजमी है।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने साथ लगते आयुर्वेदिक अस्पताल में एक फ्लोर को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। कोलर के रहने वाले राम रतन ने बेहद ही गुस्से भरे लहजे में कहा कि आइसोलेशन वार्ड में गंदगी का आलम इस कदर है कि वहां जाने वाला कोई भी व्यक्ति ही संक्रमित हो जाए। उन्होंने कहा कि स्टाफ द्वारा ऐसा सुलूक किया गया कि मानो उन्हें कोरोना ही हो चुका है।
सवाल इस बात पर उठता है कि आइसोलेशन वार्ड में सफाई करने में क्या परहेज है। शौचालय व खिड़कियों आदि की हालत बेहद ही दयनीय है। कोलर के रहने वाले रामरतन का यह भी कहना था कि उनके बेटे का विवाह ही 28 अप्रैल को हुआ था। पुत्रवधू 15 अप्रैल से फैक्ट्री नहीं जा रही थी, बावजूद इसके जब पुलिस ने उन्हें सैंपल के लिए कहा तो वह आधी रात को भी तैयार हो गए। यह भी आरोप लगाया कि आइसोलेशन वार्ड में बहू-बेटे को जानवरों की तरह खाना दिया गया, जिसे वह कतई भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।
शिकायत के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में राम रतन ने कहा कि उन्होंने इस बारे मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया है, लेकिन उन्होंने यह कहकर कार्रवाई से इंकार किया कि कॉलेज प्रबंधन ही कोई जवाब दे सकता है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने भी सीएमओ डॉ केके पराशर से बात की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इस बारे तो कॉलेज के प्रिंसिपल या एमएस ही कुछ कह सकते हैं। वही नोडल अधिकारी डॉ. विनोद ने कहा कि हालांकि वह अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकते हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन से इस मामले को उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्ड की अधिक आवश्यकता नहीं पड़ी है। वीरवार रात भी इसलिए लोगों को लाया गया था, क्योंकि उत्तराखंड में पॉजिटिव पाए गए एक ट्रक क्लीनर के संपर्क में वह लोग सीधे तौर पर आए थे।