बिलासपुर : एक तरफ लॉकडाउन तो दूसरी और गेहूं की कटाई का मौसम और उस पर मौसम के बिगडते मिज़ाज के कारण किसान परेशान होने लगा है। किसानों की बढती चिंता जायज़ भी है क्योंकि न तो फसल कटाई को मजदूर मिल रहे हैं और ऊपर से हो रही बिना मौसम की बारिश से फसल की चिंता सताने लगी है। गौरतलब है कि बिलासपुर व अन्य जिलों में गेहूं लोगों की मुख्य फसल होती है। हर एक किसान परिवार को आशा होती है कि कम से कम और कुछ नहीं तो आनाज और पशुओं के लिए चारा तो हो जाएगा। लेकिन मौसम बदलने के कारण हो रही बारिश एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
किसानों का कहना है कि जिला के कई इलाकों में कटाई शुरू हो चुकी है और मौसम में सुधार नहीं हुआ तो कही ऐसा न हो कि गेहूं की फसल खेतों में ही सड जाए और गरीब किसानों को दो वक्त की रोटी के लाले पड जाए। क्योंकि गेहूँ की फसल पर इस बारिश का गहरा प्रभाव पड रहा है। अगर मौसम ने साथ नही दिया तो किसानों के लिए यह मौसम किसी आफत से कम नहीं होगा। क्योंकि न तो अनाज ही बच पायेगा और ना ही पशुओं को चारा। मौसम के बिगड़ रहे मिज़ाज के कारण किसान वर्ग जाए भी तो जाए कहां?